रायपुर। जन्माष्टमी के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने निवास पर भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस शुभ दिन पर मुख्यमंत्री ने “कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्”, “वसुदेव श्रीकृष्ण”, और “देवकी नंदन श्रीकृष्ण” का स्मरण कर भक्ति और श्रद्धा का भाव प्रकट किया।
मुख्यमंत्री साय ने श्रीकृष्ण को केवल एक देवता नहीं, बल्कि जीवन के आदर्श और मार्गदर्शक बताया। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन दर्शन आज भी समाज और मानवता को धर्म, नीति और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाल गोपालों से मिलकर पर्व की खुशियाँ साझा कीं। बच्चों की मासूम मुस्कान और निश्छलता को देखकर वे भाव-विभोर हो उठे और कहा कि इन बच्चों में ही नंदलाल श्रीकृष्ण की सच्ची छवि दिखाई देती है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य और संस्कारित पीढ़ी का निर्माण ही उनकी सरकार का प्रमुख संकल्प है।
मुख्यमंत्री निवास में जन्माष्टमी का पर्व पारंपरिक भक्ति माहौल में मनाया गया। श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन कर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इस अवसर पर समाज में प्रेम, भाईचारे और एकता का संदेश फैलाएं।

Author: Deepak Mittal
