
दिल्ली पुलिस ने पार्श्वनाथ डेवलपर्स की सहायक कंपनी पार्श्वनाथ लैंडमार्क डेवलपर्स के निदेशक और सीईओ संजीव जैन को गिरफ्तार कर लिया. 18 जुलाई को कंज्यूमर कमिशन में पेश न हो पाने पर संजीव जैन के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था. रविवार को गिरफ्तार करने के बाद संजीव जैन को कंज्यूमर कमिशन के समक्ष पेश किया गया.
पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि संजीव जैन भारत से बाहर भागने की फिराक में है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल फैलाया और संजीव जैन का पीछा करना शुरू किया. लगभग 60 किलोमीटर तक दिल्ली पुलिस और संजीव जैन के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चलता रहा. संजीव जैन बचता-बचाता हुआ एयरपोर्ट पहुंचने में कामयाब रहा.
लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसे वहां धरदबोचा. गिरफ्तार करने के बाद संजीव जैन को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष पेश किया गया.
शाहदरा के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि पार्श्वनाथ डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार जैन के खिलाफ वर्ष 2017 में उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज की गई थी.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, संजीव कुमार जैन के खिलाफ शाहदरा थाने में चार गैर जमानती वारंट और राष्ट्रीय आयोग से जारी एक जमानती वारंट लंबित था. इन सभी वारंट के अनुपालन में स्पेशल टास्क फोर्स संजीव जैन को पकड़ने के फिराक में थी.
पुलिस को सूचना मिली की संजीव हरियाणा के गुरुग्राम स्थित डीएलएफ फेज-2 के अपार्टमेंट में है. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो संजीव को किसी तरह इसकी भनक लग गई और वह वहां से फरार हो गया. पुलिस ने भी उसका पीछा किया. करीब 60 किलोमीटर की भागदौड़ के बाद उसको पकड़ लिया गया.

Author: Deepak Mittal
