रायपुर। छत्तीसगढ़ में आयोजित होने वाली आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा 2025 में तकनीकी गड़बड़ी के चलते सैकड़ों अभ्यर्थियों के आवेदन फंसने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस गंभीर विषय पर रायपुर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने व्यापम अध्यक्ष रेणु पिल्लई को पत्र लिखकर तत्काल संज्ञान लेने की मांग की है।
बताया गया है कि व्यापम द्वारा इस परीक्षा के लिए 4 जून से 27 जून तक ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया संचालित की गई थी, और परीक्षा 27 जुलाई को 200 पदों के लिए आयोजित होनी है। लेकिन प्रदेशभर से बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी सामने आए हैं जिन्होंने समय-सीमा के भीतर परीक्षा शुल्क का सफलतापूर्वक भुगतान तो किया, परंतु व्यापम की वेबसाइट पर तकनीकी त्रुटि (सर्वर फेल्योर) के कारण उनका फॉर्म अंतिम रूप से सबमिट नहीं हो पाया।
अभ्यर्थियों की नहीं हो रही सुनवाई
सबसे चिंता की बात यह है कि ऐसे प्रभावित अभ्यर्थियों की शिकायतों को व्यापम कार्यालय द्वारा न तो पंजीकृत किया जा रहा है और न ही किसी स्तर पर सुनवाई हो रही है। इससे आहत अभ्यर्थियों ने सांसद बृजमोहन अग्रवाल से संपर्क किया और न्याय की गुहार लगाई।
“सुशासन तिहार” की भावना के खिलाफ – बृजमोहन अग्रवाल
सांसद अग्रवाल ने इसे राज्य सरकार के “सुशासन तिहार” की भावना और नागरिक-केन्द्रित शासन व्यवस्था के खिलाफ बताया है। उन्होंने व्यापम अध्यक्ष को पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा है कि, जो अभ्यर्थी शुल्क का भुगतान कर चुके हैं, उन्हें किसी भी स्थिति में परीक्षा से वंचित करना अन्यायपूर्ण और अमानवीय है।
फॉर्म पूर्ण करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग
श्री अग्रवाल ने व्यापम से यह मांग की है कि ऐसे सभी अभ्यर्थियों को एक या दो दिन का अतिरिक्त अवसर देकर ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में आवेदन पूरा करने की सुविधा दी जाए, ताकि उनका भविष्य प्रभावित न हो।
सात दिन में मांगी विस्तृत रिपोर्ट
सांसद ने व्यापम अध्यक्ष से सात दिवस के भीतर इस विषय पर पूर्ण विवरण सहित रिपोर्ट देने की अपेक्षा जताई है। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवाओं के भविष्य से अन्याय नहीं होना चाहिए, यह सरकार और प्रशासन की सामूहिक जिम्मेदारी है।
जल्द और संवेदनशील कार्रवाई की उम्मीद
उन्होंने आशा जताई कि व्यापम इस विषय में शीघ्र, पारदर्शी और संवेदनशील कार्रवाई करेगा, ताकि योग्य एवं पात्र उम्मीदवारों के साथ न्याय हो सके।
