रायगढ़, छत्तीसगढ़। रायगढ़ जिले के खरसिया क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्होंने सट्टा कारोबार की जांच करने गए तीन पुलिसकर्मियों को बीच सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीट डाला। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है, जबकि बाकी की तलाश की जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
घटना बीती रात आईपीएल 2025 फाइनल मैच के बाद की है। पंजाब और बैंगलोर के बीच हुए मैच के बाद पुलिस को ऑनलाइन सट्टा गतिविधियों की सूचना मिली थी। पुलिस की टीम सटोरियों के अड्डे पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी। उसी दौरान वहां मौजूद लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
बताया जा रहा है कि 10 से ज्यादा हमलावर इस हमले में शामिल थे और कई का कनेक्शन ‘महादेव सट्टा एप’ से भी सामने आया है। आरोपियों ने पुलिस टीम के साथ अभद्रता, धक्का-मुक्की और मारपीट की। मामला खरसिया शहर के बीचोबीच हुआ, जिससे राहगीरों और स्थानीय लोगों में भी दहशत फैल गई।
तीन आरोपी गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी
रायगढ़ पुलिस ने अब तक तीन लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि बाकी हमलावरों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे
घटना की गंभीरता के बावजूद कोई भी पुलिस अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। माना जा रहा है कि मामला महादेव सट्टा एप से जुड़ा होने के कारण पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।
सवालों के घेरे में पुलिस व्यवस्था
घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और खुफिया तंत्र की दुर्बलता को उजागर कर दिया है। जब सट्टेबाज खुलेआम पुलिस पर हमला कर सकते हैं, तो आम लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं।
स्थिति पर नजर बनाए हुए प्रशासन अब पूरे नेटवर्क की जांच में जुटा है, ताकि सट्टा माफिया के पूरे जाल का पर्दाफाश किया जा सके।

Author: Deepak Mittal
