दिलजीत दोसांझ को ऑकलैंड शो से पहले खालिस्तानी धमकियाँ

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अंतरराष्ट्रीय दौरे के दौरान सुरक्षा चिंताओं के बावजूद गायक ने बनाए रखा संयम

Entertainment, मनोरंजन: पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ को उनके अंतरराष्ट्रीय कॉन्सर्ट दौरे के दौरान खालिस्तानी चरमपंथी समूहों से धमकियाँ मिल रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका स्थित खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा जारी एक वीडियो के बाद, पर्थ में उनके शो में खालिस्तान समर्थक नारे लगाए गए। अब उनके आगामी ऑकलैंड (न्यूजीलैंड) शो को बाधित करने की धमकी दी गई है।

सुरक्षा और आयोजकों की समीक्षा

सूत्रों के अनुसार, आयोजक और स्थानीय अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं ताकि निर्धारित कार्यक्रम सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके। धमकियों को ऑनलाइन और विदेशों में प्रचार माध्यमों के जरिए समन्वित किया जा रहा है।

दिलजीत ने किया संयमित व्यवहार

बढ़ते दबाव के बावजूद, दिलजीत ने शांति और सकारात्मकता के साथ प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एडिलेड दर्शकों को धन्यवाद देते हुए संदेश साझा किया और तनाव न लेने और अपने कार्यों पर नियंत्रण बनाए रखने का महत्व बताया। उनके संयम और गरिमा भरे व्यवहार की प्रशंसा सोशल मीडिया पर फैंस और सहकर्मियों ने की।

विवाद की उत्पत्ति

यह विवाद तब शुरू हुआ जब दिलजीत ने हाल ही में ‘कौन बनेगा करोड़पति 17’ में अमिताभ बच्चन के पैर छुए। इस कदम की खालिस्तानी समर्थकों ने आलोचना की। प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) ने वीडियो जारी कर दावा किया कि इस कदम से 1984 के सिख नरसंहार के पीड़ितों और विधवाओं का अपमान हुआ। पन्नू ने कहा, “बच्चन के पैर छूकर… दिलजीत दोसांझ ने 1984 के सिख नरसंहार के हर पीड़ित का अपमान किया है।”

संगठन की पृष्ठभूमि

SFJ भारत में गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है। भारतीय गृह मंत्रालय के अनुसार, यह समूह “भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को भंग करने के उद्देश्य से विध्वंसक गतिविधियों” में संलग्न है।

दौरे के उद्देश्य पर जोर

दिलजीत ने पहले स्पष्ट किया था कि केबीसी 17 में उनकी उपस्थिति पंजाब बाढ़ राहत प्रयासों के लिए जागरूकता बढ़ाने और समर्थन जुटाने का उद्देश्य थी, न कि किसी फिल्म या संगीत के प्रचार का। बढ़ती धमकियों और ऑनलाइन टिप्पणियों के बावजूद, उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय दौरे को जारी रखा और किसी भी चरमपंथी बयान पर प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया नहीं दी।

इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि सुरक्षा चुनौतियों के बावजूद कलाकारों का संयम और पेशेवरता उनके प्रशंसकों और आयोजकों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी हुई है।

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Author: Deepak Mittal

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