देशभक्ति और आध्यात्मिकता के सुरों से गुंजायमान हुआ विद्यालय
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
सरगांव- स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी-हिंदी माध्यम विद्यालय, सरगांव में वंदे मातरम राष्ट्र गीत की 150वीं जयंती पर देशभक्ति का शानदार आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम प्रातः 10 बजे शुरू हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन के बाद सामूहिक रूप से वंदे मातरम का गायन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में नगर पंचायत सरगांव के अध्यक्ष परमानंद साहू उपस्थित रहे। भाजपा मंडल सरगांव के अध्यक्ष पोषण यादव, शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामजुड़ावन साहू, सदस्य उदित साहू सहित जनप्रतिनिधिगण भी विशेष रूप से मौजूद रहे।

कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, पालकों, नगर पंचायत सदस्यों, विद्यार्थियों और स्टाफ की कुल 204 सदस्यों की उपस्थिति दर्ज की गई। वहीं, नगर पंचायत के सीएमओ घनश्याम शर्मा अपने पूरे स्टाफ के साथ उपस्थित रहे।अतिथियों के उद्बोधन और आभार प्रदर्शन के साथ समारोह संपन्न हुआ, जो स्थानीय स्तर पर देशभक्ति की भावना को मजबूत करने का माध्यम बना। आयोजन के दौरान देशभक्ति और आध्यात्मिकता के सुरों से पूरा विद्यालय प्रांगण गुंजायमान हो गया।
इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष परमानंद साहू ने कहा, “वंदे मातरम राष्ट्र गीत की 150वीं जयंती पर हमारी सांस्कृतिक धरोहर को याद करना आवश्यक है, जो आज के युवाओं को राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा देती है। राष्ट्रगीत ने हम सबको एक सूत्र में पिरोया है। अतएव, इस आयोजन से सरगांव के बच्चे देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझेंगे।” उन्होंने विद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम सामाजिक एकता को बढ़ावा देते हैं।

भाजपा मंडल अध्यक्ष पोषण यादव ने अपने वक्तव्य में कहा, “वंदे मातरम राष्ट्र गीत की 150वीं जयंती पर हम सभी को एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। वंदे मातरम के मूल भाव को जन-जन तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। विद्यालय का यह प्रयास सराहनीय है, जो छात्रों में देशभक्ति की जड़ें मजबूत करेगा।” उन्होंने समारोह को सफल बनाने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामजुड़ावन साहू ने कहा, “शिक्षा के माध्यम से ही हम सच्चे देशभक्त तैयार कर सकते हैं। वंदे मातरम की 150वीं जयंती ने बच्चों को स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाई और हमें गर्व महसूस कराया।” उन्होंने भविष्य में ऐसे और आयोजनों की योजना पर जोर दिया।

यह समारोह न केवल सांस्कृतिक महत्व का था, बल्कि स्थानीय समुदाय को एकजुट करने वाला भी सिद्ध हुआ। आयोजन ने राष्ट्रप्रेम और एकता की भावना से उपस्थित जनों को ओत-प्रोत कर दिया। इस अवसर पर संस्था प्राचार्या डॉ. स्नेहलता चंद्रा, शाला स्टाफ, शिक्षक-शिक्षिकाएं और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Author: Deepak Mittal









