Kurnool bus fire updates: शव इतने जल चुके पहचान करना मुश्किल?, शॉर्ट सर्किट के कारण बस का दरवाजा जाम और बस कुछ ही मिनट में खाक, वीडियो

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

कुरनूलः हैदराबाद से बेंगलुरू जा रही एक निजी बस में शुक्रवार को एक दोपहिया वाहन से टक्कर के बाद आग लग गई, जिससे 20 लोगों की मौत हो गई। अधिकतर व्यक्तियों की मौत आग में झुलसने से हुई।

यह जानकारी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। अधिकारी ने बताया कि मृतकों में बाइक सवार भी शामिल है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने घटना पर दुख व्यक्त किया।

कुछ शव इतने जल चुके थे कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण अधिकारियों को मृतकों के डीएनए नमूने एकत्र करने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाना पड़ा। एक अधिकारी ने बताया कि कई यात्री इस दुर्घटना में बच नहीं पाए क्योंकि यह रात में उस समय हुई जब वे सो रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने अनुग्रह राशि की घोषणा भी की।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मोटरसाइकिल कुरनूल में चिन्नातेकुर के पास बस से टकरा कर उसके नीचे आ गई और उसका ईंधन टंकी का ढक्कन खुल गया। कुरनूल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) कोया प्रवीण ने बताया, ”अब तक जली हुई बस से 19 शव निकाले जा चुके हैं। बाइक सवार का शव मुर्दाघर में है।”

उन्होंने कहा कि हताहतों और जीवित बचे लोगों की पूरी स्थिति, पूरी जांच और दुर्घटना में शामिल सभी लोगों की पहचान के बाद ही सामने आएगी। पुलिस ने बताया कि शॉर्ट सर्किट के कारण बस का दरवाजा जाम हो गया और बस कुछ ही मिनट में पूरी तरह जल गई। पुलिस ने बताया कि अधिकतर जीवित बचे लोगों की उम्र 25 से 35 साल के बीच है।

जिला कलेक्टर ए. सिरी ने बताया कि बस में 41 लोग सवार थे, जिनमें चालक भी शामिल था। बस में सवार 41 लोगों में से 21 का पता लगा लिया गया है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में बच गए लोगों की हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि कई यात्री इस हादसे के बाद बस से बाहर नहीं निकल पाये क्योंकि यह रात में हुआ जब वे सो रहे थे।

उन्होंने बताया कि बस का दरवाजा तुरंत नहीं खुला क्योंकि कुछ तार कट गए थे जिससे हादसे की गंभीरता और बढ़ गई। सिरी ने बताया कि अधिकतर यात्री हैदराबाद के थे। अधिकारियों ने शुरू में कहा था कि बस पड़ोसी राज्य तेलंगाना के हैदराबाद जा रही थी। प्रवीण ने बताया कि पुलिस सुरक्षा एहतियात बरत रही है और बस का डीजल टैंक खाली कर रही है।

प्रवीण ने बताया कि इस बीच, जले हुए शवों के डीएनए नमूने लेने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम मौके पर पहुंच गई है। डीआईजी ने कहा कि जिस बस में आग लगी, उसमें अग्नि नियंत्रण के कोई उपाय मौजूद नहीं थे, जिससे यात्रा के दौरान सुरक्षा अनुपालन और आपातकालीन तैयारियों में खामियों का पता चलता है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बस में आग लगने की दुखद घटना में लोगों की मृत्यु अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।” प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना में जनहानि पर दुख जताया।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में दुर्घटना के कारण हुई जनहानि से अत्यंत दुःखी हूं।” मोदी ने कहा, ”इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” उन्होंने कहा, ”प्रत्येक मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।” आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया। नायडू ने कहा कि उन्होंने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) से बात की है और घायलों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “कुरनूल जिले के चिन्नातेकुर गांव के पास हुई भीषण बस आग दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं।

मेरी गहरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। सरकारी प्राधिकारी घायलों और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।” तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की। रेड्डी ने कुरनूल के पड़ोसी तेलंगाना के गडवाल जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को राहत कार्यों के तहत दुर्घटना स्थल का दौरा करने का निर्देश दिया।

तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही निजी बस के यात्रियों के परिजनों की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है। सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मदद के लिए उसके अधिकारियों – एम श्रीरामचंद्र और ई चिट्टीबाबू से संपर्क किया जा सकता है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने भी इस दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

Leave a Comment