रायपुर, 13 सितंबर 2025 – स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाएँ बढ़ा सकती है, लेकिन इन्हें सुचारू रूप से चलाने के लिए डॉक्टर्स और नर्सेस में निस्वार्थ सेवा भाव होना अनिवार्य है। यह बातें उन्होंने 31वें स्टूडेंट नर्सिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के बायनियल कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सिंग पेशे को करुणा, लचीलापन और अटूट समर्पण का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि नर्सेस अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा करती हैं, और कोविड-19 महामारी के दौरान इसका सर्वोच्च उदाहरण सामने आया।
इस अवसर पर ट्रेंड नर्सेस एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित स्टूडेंट नर्सिंग एसोसिएशन का सोवेनियर भी विमोचित किया गया। इसके अलावा मंत्री ने श्री सत्य साईं हॉस्पिटल में निःशुल्क दिल के ऑपरेशन से स्वस्थ हुए 4 बच्चों को नवजीवन का उपहार देकर उनके घर रवाना किया।
कार्यक्रम में हॉस्पिटल रिसर्च फाउंडेशन के चेयरमैन, आयुष यूनिवर्सिटी के कुलपति, टीएनएआई की पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नर्सिंग छात्राएं उपस्थित थीं।
स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सिंग छात्रों को प्रेरित किया कि वे न केवल पेशेवर दक्षता हासिल करें, बल्कि सेवा भाव के साथ समाज की भलाई में योगदान दें।
Author: Deepak Mittal









Total Users : 8130117
Total views : 8135777