दल्ली राजहरा। मुस्लिम समाज दल्ली राजहरा की ओर से शुक्रवार 05 सितंबर 2025 को पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जन्मदिवस ईद-ए-मिलादुन्नबी का पर्व अकीदत और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जामा मस्जिद में विशेष सजावट की गई और सुबह जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया।
बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों की बड़ी संख्या में सहभागिता वाले इस जुलूस की शुरुआत परचम कुशाई और फातिहा से हुई। नायब इमाम अकीक अहमद नूरी ने तकरीर पेश करते हुए कहा कि “हमारे नबी रहमतुल्लिल आलमीन बनकर आए और इंसानियत व मोहब्बत का पैगाम दिया। हमें उनके बताए रास्ते पर चलकर अमन, भाईचारे और इंसानियत को कायम रखना चाहिए।” उन्होंने प्रदेश की खुशहाली और देश में शांति की दुआ मांगी।
जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ पुनः जामा मस्जिद पहुंचा। इस दौरान नातख्वांओं ने पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में नात और मनकबत पेश की, जिससे पूरा माहौल इबादत और रूहानियत से सराबोर हो गया। जुलूस के बाद आम लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
इंतजामियां कमेटी के मुतवल्ली मुश्ताक अहमद अंसारी ने प्रशासन और समाज के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि “हमारे हुजूर ने अमन-शांति और समानता का पैगाम दिया है। हमें इसे हर हाल में कायम रखना चाहिए और समाज में भाईचारा व सद्भाव बनाए रखना ही हमारी जिम्मेदारी है।”
जुलूस-ए-मोहम्मदी में मुख्य रूप से हाजी मजीद, हाजी मोईद शफी, हाजी नासिर मुन्ना, साऊद आलम साहब, हाजी आर.आई. साहब, हाजी हाशमी, हाजी सनव्वर, हाजी अफजल, मुनव्वर हुसैन गुलाम शिमनानी, शेख नय्ययुम, अशरफ मेमन, नवाब बड़गुजर, शफी बक्श, निजाम भाई, रफीक, अकबर भाई, शेख असलम, आरिफ भाई, मुस्तकीम अली, अकरम हुसैन, फरीद मोहम्मद, मोहम्मद फारूक, कलीम बड़गुजर, मोहम्मद फिरोज, आलम भाई फौजी, सुहैल फारूकी, एस. अंसारी, याशीर फारूकी, इकराम भाई, मोला अलीशेख अनजान, शकील हुसैन फजल, अंसार भाई, मिंटू भाई, न्याज भाई, मुश्ताक अंसारी, नूर आलम, राजा पठान, नदीम बड़गुजर, अफसर कुरैशी, मिस्कीन, मोहसिन, फराज हुसैन, अक्की, नफीस सहित समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
– मुश्ताक अहमद,
सदर (अध्यक्ष), मुस्लिम समाज दल्ली राजहरा

Author: Deepak Mittal
