बालोद। पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल के निर्देशन में आज पुलिस कार्यालय में गौवंश तस्करी और आवारा पशु समस्या पर रोक लगाने के लिए महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी और गौ सेवक मौजूद रहे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि
सीमा क्षेत्रों पर रात्रिकालीन एवं आकस्मिक जांच को और मजबूत किया जाए।

अंतरराज्यीय और अंतरजिला मार्गों पर अतिरिक्त नाकाबंदी प्वाइंट स्थापित हों।
अवैध रूप से गौवंश परिवहन करने वाले वाहनों की पहचान कर तत्काल जप्ती एवं राजसात की कार्रवाई की जाए।
गौ-सेवकों के साथ समन्वय बढ़ाकर सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
गौवंश तस्करी में शामिल लोगों की संपत्ति चिन्हांकित कर कुर्क की जाए।
पूर्व में दर्ज मामलों में प्रयुक्त वाहनों की नीलामी, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी और संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया तेज की जाए।

पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जवाबदेही तय होगी। उन्होंने बताया कि हाल के महीनों में कई गौवंश तस्करी के मामलों में आरोपियों को जेल भेजा गया है और वाहन जब्त हुए हैं। आगे और सघन गश्त, खुफिया नेटवर्क की मजबूती और तकनीकी निगरानी अपनाई जाएगी।
बैठक में आवारा पशुओं के कारण दुर्घटनाओं वाले क्षेत्रों की पहचान कर वहां पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए। मुख्य मार्गों से आवारा पशुओं को हटाने और ऐसे पशुपालकों पर कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया जो अपने पशुओं को खुला छोड़ते हैं।

पुलिस ने आम जनता और गौ-सेवकों से अपील की कि गौवंश तस्करी या अवैध परिवहन की सूचना तत्काल नजदीकी थाने या कंट्रोल रूम को दें। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर, SDOP बालोद देवांश सिंह राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक डॉ. चित्रा वर्मा, DSP राजेश बागड़े समेत जिले के सभी थाना प्रभारी और गौ सेवक उपस्थित रहे।

Author: Deepak Mittal
