बलरामपुर। स्कूल जैसे पवित्र शिक्षा स्थल में घोर अनुशासनहीनता और शर्मनाक आचरण के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए प्रधान पाठक लक्ष्मी नारायण सिंह को निलंबित कर दिया है। उन पर कक्षा में छात्राओं के साथ शराब के नशे में डांस करने, दुर्व्यवहार और मारपीट जैसे गंभीर आरोप लगे थे। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब शिक्षक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी नारायण सिंह के खिलाफ पहले भी शराब पीकर स्कूल आने, छात्रों के साथ गलत व्यवहार और अनुशासनहीनता की शिकायतें मिलती रही थीं। हाल ही में उन्होंने कक्षा के अंदर छात्राओं के साथ नशे की हालत में डांस किया, जो न केवल अशोभनीय था बल्कि शिक्षा की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने वाला था।
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. डी.एन. मिश्रा ने तत्काल प्रभाव से प्रधान पाठक के निलंबन के आदेश जारी किए हैं। साथ ही पूरे मामले की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
जिला शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि विद्यालयों में इस प्रकार की असंवैधानिक और अनुचित गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षा विभाग का कहना है कि शिक्षकों को अनुशासन और नैतिकता का आदर्श बनना चाहिए, न कि छात्रों के सामने नकारात्मक उदाहरण।
प्रशासनिक संदेश:
“शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी का पूरी ईमानदारी और मर्यादा के साथ निर्वहन करना चाहिए। विद्यालयों में अनुशासनहीनता की कोई जगह नहीं है।”
— डॉ. डी.एन. मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी
यह घटना शिक्षा व्यवस्था को आईना दिखाने वाली है और यह संदेश देती है कि शिक्षा संस्थानों में अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रशासनिक सख्ती जरूरी है।
