रायपुर। राजधानी रायपुर के डी.डी. नगर थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला “सूटकेस हत्याकांड” सामने आया है, जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। विकलांग बुजुर्ग किशोर पैकरा (58 वर्ष) की हत्या कर उसका शव ट्रॉली बैग में भरकर सीमेंट से भरी टिन पेटी में छिपाया गया और फिर उसे नाले के पास फेंक दिया गया।
वकील और पत्नी निकले कातिल
इस मामले में वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने चारों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।
पैसे के लेनदेन से शुरू हुई हत्या की साजिश
जांच में सामने आया कि मृतक किशोर पैकरा, वकील अंकित उपाध्याय का क्लाइंट था। संपत्ति सौदे में 2 लाख कमीशन के अलावा, मृतक ने उसे अन्य कानूनी मामलों के लिए 10 लाख रुपये नकद दिए थे। जब पैकरा ने पैसे की वापसी की मांग की, तो आरोपी ने हत्या की साजिश रची।
ऐसे रची गई साजिश, ऐसे दी गई हत्या को अंजाम
21 जून 2025 को आरोपी वकील ने बुजुर्ग को इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित किराए के मकान में बुलाया। वहां उसे नाश्ता करवाने के बाद गला घोंटकर मार डाला गया। शव को ट्रॉली बैग में डालकर सीमेंट डाला गया और फिर 23 जून की सुबह रायपुरा नाले के पास फेंक दिया गया।
दिल्ली एयरपोर्ट से हुई गिरफ्तारी
हत्या के बाद आरोपी दंपति दिल्ली भाग गए थे। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट ने तकनीकी विश्लेषण और लोकेशन ट्रैकिंग के ज़रिए दोनों को दिल्ली एयरपोर्ट से धर दबोचा। पूछताछ में उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया।
मददगार भी पहुंचे जेल
इस हत्या में शामिल विनय यदु (23) और सूर्यकांत यदु (21) को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों ने शव के निपटान और योजना में अहम भूमिका निभाई।
बरामद हुए सबूत
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हत्या में प्रयुक्त अल्टो कार
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2 दोपहिया वाहन
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ट्रॉली बैग, टिन पेटी, खून से सना टॉवेल, चाकू
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5 मोबाइल फोन
आरोपियों के खिलाफ धाराएँ
थाना डी.डी. नगर में आरोपियों पर BNS की धाराएं –
103(1), 238क, 61(2), 3(5) के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई को मिला सराहना
IG अमरेश मिश्रा और SSP डॉ. लाल उम्मेद सिंह के निर्देशन में 5 टीमों का गठन कर इस केस को 72 घंटे से भी कम समय में सुलझा लिया गया। फॉरेंसिक टीम, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ और सायबर सेल की भूमिका सराहनीय रही।
SSP ने केस की गुत्थी सुलझाने वाली पुलिस टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
