जे के मिश्र,
जिला ब्यूरो चीफ,
नवभारत टाइम्स, 24*7in बिलासपुर
तखतपुर। नगर पालिका तखतपुर इन दिनों कर्मचारियों की लापरवाही और अनुशासनहीनता को लेकर सुर्खियों में है। नागरिक सुविधाओं जैसे पेयजल और स्वच्छता की समस्याएं पहले से बनी हुई हैं, वहीं दूसरी ओर नगर पालिका कार्यालय में कर्मचारियों की नियमित अनुपस्थिति अब आम हो गई है। हालात ऐसे हैं कि कार्यालय में सिर्फ चपरासी ही अक्सर नजर आते हैं, बाकी अधिकांश अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी से नदारद रहते हैं।
जानकारी के अनुसार, सुबह से लेकर दोपहर तक कई विभागों में कोई जिम्मेदार अधिकारी उपलब्ध नहीं होता, जिससे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, आवास योजना, स्वच्छता या पेंशन जैसे जरूरी कार्यों के लिए आने वाले नागरिकों को निराश होकर लौटना पड़ता है। गर्मी का हवाला देकर अधिकांश कर्मचारी दोपहर तक कार्यालय छोड़ देते हैं, जिससे जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है।
थंब मशीन भी नहीं रोक पा रही लापरवाही
राज्य सरकार द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सभी सरकारी दफ्तरों में थंब मशीन की अनिवार्यता लागू की गई है। बावजूद इसके नगर पालिका तखतपुर में इस दिशा में कोई ठोस असर देखने को नहीं मिल रहा है। कर्मचारी सुबह थंब लगाकर उपस्थिति दर्ज जरूर कराते हैं, लेकिन दोपहर होते-होते कार्यालय से गायब हो जाते हैं।
सीएमओ का संपर्क नहीं हो सका
मामले में प्रतिक्रिया जानने के लिए जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) अमरेश सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनका मोबाइल बंद मिला। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक स्तर पर भी इस लापरवाही को लेकर गंभीरता का अभाव है।
अध्यक्ष पूजा मक्कड़ ने जताई कड़ी नाराजगी
इस विषय में नगर पालिका अध्यक्ष पूजा मक्कड़ से बात करने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जनता ने हमें चुना है और उनकी सेवा करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। यदि कोई नागरिक अपने काम से नगर पालिका कार्यालय आता है और कर्मचारी अनुपस्थित मिले तो यह गंभीर लापरवाही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर पालिका प्रशासन की इस अनदेखी के कारण नागरिकों का भरोसा डगमगाने लगा है। जरूरत इस बात की है कि अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय कर जनहित में तत्काल प्रभावी कदम उठाए जाएं।
