शाजापुर पोलायकलां। मुकेश शर्मा
शाजापुर : शासन के दिशा निर्देशानुसार शाजापुर जिले के शासकीय विद्यालय पर गुरु पूर्णिमा का उत्सव बड़ी ही धूमधाम के साथ में मनाया गया समीपस्थ ग्राम खाटसुर के एकीकृत शाला शासकीय हाईस्कूल पर कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों के द्वारा सर्व प्रथम मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कया गया विद्यालय के प्राचार्य एम डी शर्मा के द्वारा सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने कहा कि आज का दिन गुरु पूर्णिमा के रूप में विद्यालय में मानने का जो निर्णय सरकार के द्वारा लिया गया है।
वहा बहुत ही सराहनीय है क्योंकि छात्र छात्राओं को शिक्षक के द्वारा अपने जीवन काल में विधा अध्ययन के साथ एक माता जिस प्रकार से अपने बच्चों को जन्म से लेकर यौवन अवस्था तक देखभाल करके उसे अपने जीवन में किस प्रकार से अपनी संस्कार दिनचर्या के साथ सफलता की सीडी पर पहुंचती है उसी प्रकार शिक्षक भी छात्र छात्राओं को शिक्षा के इस मंदिर में निस्वार्थ भाव से विद्या अध्ययन करवा कर अपने शिष्य को अच्छे पदों पर देखना चाहता है।

क्योंकि शिक्षक के द्वारा जिन छात्र छात्राओं को पढ़ाया है वहां कई बड़े पदों पर सेवाएं दे रहे हैं यहां सब शिक्षा का ही प्रभाव है वहां छात्र अपने माता-पिता के साथ साथ विद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य डॉ घनश्याम दिक्षित उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन दिनेश कलमोदिया एवं आभार श्री नारायण सिंह अंगुरिया ने माना
प्राइवेट विद्यालय में नहीं मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव
शासन के द्वारा दिशा निर्देश दिए गए थे कि सभी शासकीय और अर्थशासकीय विद्यालय में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जावे परंतु प्राइवेट विद्यालयों में रविवार को छुट्टी होने की वजह से गुरू पूर्णिमा उत्सव नहीं मनाया गया जबकि इन्हीं प्रायवेट स्कूलों में अगर कोई कार्यक्रम छुट्टी के दिनों में विद्यालय संस्था की ओर से आयोजित किया जाता है।

तो विद्यालय के स्टाफ के द्वारा उस आदेश का पालन करके कार्यक्रम को मूर्तरूप देकर कार्यक्रम आयोजित करते हैं इससे यहां साफ जाहिर होता है कि प्रायवेट विद्यालयों के द्वारा शासन के आदेशों का कितना धरातल पालन किया जाता है जब इस संबंध में पोलायकलां संकुल प्राचार्य राजेश शर्मा से जानकारी ली गई।
तो उन्होंने कहा कि 20 जुलाई से लेकर 22 जुलाई तक किसी भी एक दिन कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है ओर अगर इन तीन दिवस के अंदर शासकीय या प्रायवेट विधालय मे कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता है तो संबंधित संस्था से जानकारी लेकर विधिवत कार्यवाही संबंधित विधालय पर की जायेगी ।

Author: Deepak Mittal
