Motorola Ban News: दिग्गज स्मार्टफोन कंपनी मोटोरोला को बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल, यूएस इंटरनेशनल ट्रेड कमीशन (ITC) ने फैसला सुनाया है कि लेनेवो की मोटोरोला मोबिलिटी ने एरिक्सन के 5G वायरलेस टेक्नोलॉजी पेटेंट का उल्लंघन किया है.
हालांकि, यह अंतिम फैसला नहीं है. अगर इस फैसले को बरकरार रखा जाता है तो मोटोरोला स्मार्टफोन के अमेरिका में एम्पोर्ट पर प्रतिबंध लगा सकता है. आइए, इसके बारे में डिटेल में जानते हैं.
एरिक्सन का मोटोरोला पर क्या है आरोप
दरअसल, स्वीडन की कंपनी एरिक्सन ने यूएस इंटरनेशनल ट्रेड कमीशन (ITC) में शिकायत दर्ज की थी कि लेनोवो की मोटोरोला मोबिलिटी ने उसकी 5G वायरलेस टेक्नोलॉजी पेटेंट का उल्लंघन किया है. इसके बाद ITC ने एरिक्सन के पक्ष में फैसला सुनाया है, जिससे अमेरिका में मोटोरोला के कुछ स्मार्टफोन पर प्रतिबंध लग सकता है. वहीं, कंपनी पर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है. हालांकि, इस पर अंतिम फैसला अप्रैल में आएगा.
लेनोवो ने आरोपों को किया खारिज
एरिक्सन ने मोटोरोला पर आरोप लगाया था कि मोटोरोला के कुछ फोन जैसे Moto G, Edge, और Razr एरिक्सन की 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. जबकि मोटोरोला को ऐसा करने की इजाजत नहीं है. लेनोवो ने इन आरोपों को खारिज किया है. दोनों कंपनियों के बीच दुनिया के कई देशों में पेटेंट को लेकर विवाद चल रहा है. बता दें कि दक्षिण अमेरिका, ब्रिटेन और उत्तरी कैरोलिना में भी दोनों कंपनियां केस लड़ रही हैं.
कंपनी को लग सकता है झटका
अगर अमेरिका में मोटोरोला फोन बेचने पर रोक लगती है तो कंपनी को बड़ा नुकसान हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि मोटोरोला के फोन काफी पॉपुलर हैं. ज्यादातर लोग मोटोरोला के स्मार्टफोन खरीदना पसंद करते हैं. काउंटरप्वाइंट की नवंबर मार्केट शेयर रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की तीसरी तिमाही में अमेरिकी मार्केट में मोटोरोला की हिस्सेदारी 14% थी. लेकिन इस साल इसमें 21% की वृद्धि है.

Author: Deepak Mittal
