रायपुर। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक वैश्विक आंदोलन बन गया है। उन्होंने बताया कि 21 जून 2025 को पूरी दुनिया 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” की थीम के साथ मना रही है।
ओपी चौधरी ने भाजपा कार्यालय, एकात्म परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत सरकार की नीतियों और नेतृत्व ने योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाई है। उन्होंने कहा कि भारत की योग आधारित अर्थव्यवस्था आज 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की हो चुकी है और 1 लाख से अधिक प्रमाणित योग शिक्षक दुनिया के 190 देशों में कार्यरत हैं।
योग से जुड़ रहा भारत, जाग रहा विश्व
ओपी चौधरी ने बताया कि एनएसएसओ के हालिया सर्वे में सामने आया कि देश के 2.5 करोड़ घरों में कम से कम एक व्यक्ति नियमित योग करता है, जो दर्शाता है कि यह अभ्यास अब जन-जन की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है। योग आज तन, मन और आत्मा को जोड़ने वाला एक संपूर्ण विज्ञान बन गया है।
भारत की पहल, दुनिया का समर्थन
उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने का प्रस्ताव रखा था, तो 177 देशों ने एक स्वर में इसका समर्थन किया था। यह किसी भी प्रस्ताव को मिला सबसे बड़ा समर्थन था।
21 जून: वैज्ञानिक और सांस्कृतिक आधार
चौधरी ने बताया कि 21 जून वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है, और दक्षिणायन की शुरुआत इसी दिन से मानी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, इस मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है, ऐसे में योग शरीर और मन के संतुलन का सबसे प्रभावी माध्यम है।
योग की जड़ें और विज्ञान
ओपी चौधरी ने कहा कि योग केवल शारीरिक क्रियाओं का नाम नहीं है, बल्कि महर्षि पतंजलि ने इसे वैज्ञानिक पद्धति में बदलकर एक व्यवस्थित जीवनशैली का रूप दिया। उन्होंने कहा कि “योग” और “युवा” का आपस में गहरा संबंध है, और युवाओं को फिर से योग से जोड़ा जा रहा है।
इस साल के आयोजनों की झलक
इस बार के 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को विशेष बनाने के लिए भारत सरकार ने 10 स्तरों पर आयोजन किए हैं:
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10,000 स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन
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10 देशों के साथ वैश्विक साझेदारी में योग वंदन
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1000 योग पार्कों का विकास
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दिव्यांग, बुजुर्ग, बच्चों के लिए विशेष योग सत्र
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वर्चुअल वैश्विक योग सम्मेलन
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योग और पर्यावरण को जोड़ने के लिए वृक्षारोपण अभियान
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10 स्थानों पर सप्ताहभर योग महाकुंभ
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‘संयोगम’ नामक 100 दिवसीय योग-स्वास्थ्य सेवा पहल
