रायपुर, 15 सितम्बर 2025।
महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सरगुजा संभाग प्रवास के दौरान कोरिया जिले के बैकुंठपुर में संचालित कई महत्वपूर्ण संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महिला सुरक्षा, नशा मुक्ति, वरिष्ठजन कल्याण और विशेष बच्चों की देखभाल को सरकार की पहली प्राथमिकता बताया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण का सिलसिला
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सखी वन स्टॉप सेंटर: मंत्री ने परामर्श, कानूनी सहायता, आश्रय व चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली और कहा कि महिलाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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नशा मुक्ति केंद्र: पुनर्वास व चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया और केंद्र को और प्रभावी ढंग से काम करने के निर्देश दिए।
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वृद्धाश्रम: वरिष्ठजनों से आत्मीय मुलाकात कर उनकी जरूरतों को समझा। मंत्री ने कहा कि “वरिष्ठ नागरिक समाज की धरोहर हैं, जिनकी सेवा व सम्मान सभी की जिम्मेदारी है।”
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विशेष बच्चों का विद्यालय: बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद और पोषण गतिविधियों की समीक्षा की। शिक्षकों से चर्चा कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
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आंगनबाड़ी केंद्र: बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार, प्रारंभिक शिक्षा और स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी ली। मातृ-शिशु पोषण योजनाओं पर विशेष ध्यान देने को कहा।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि राज्य सरकार महिला सुरक्षा, नशा मुक्ति, वरिष्ठजनों के सम्मान और विशेष बच्चों के विकास के लिए संकल्पित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे औचक निरीक्षणों का उद्देश्य यही है कि योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक महिलाओं, माताओं और बच्चों तक पहुँचे।

Author: Deepak Mittal
