रायगढ़ : जिले के घरघोड़ा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत छोटे-गुमड़ा में विकास कार्यों के नाम पर भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि लाखों रुपये की सरकारी राशि फर्जी आहरण कर गबन कर ली गई, जबकि अधिकांश कार्य धरातल पर दिखाई ही नहीं दे रहे हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, 15वें वित्त आयोग की मद से पंचायत में मूलभूत सुविधाओं के विकास, बोर निर्माण और मरम्मत, स्कूल बाउंड्रीवाल, उप स्वास्थ्य केंद्र की मरम्मत तथा नाली निर्माण जैसे कई कार्यों के लिए राशि निकाली गई। लेकिन हकीकत यह है कि इन योजनाओं का जमीनी स्तर पर कोई अस्तित्व ही नहीं है।


ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सचिव ने कागजों में कार्य पूरे दिखाकर रकम निकाल ली, और सरपंच के साथ मिलीभगत कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। जब ग्रामीणों ने इन कार्यों की जांच की मांग की, तो पंचायत स्तर से कोई जवाब नहीं मिला, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि सचिव ने रिकॉर्ड में फर्जी हस्ताक्षर और माप पुस्तिका (MB) के जरिए भुगतान प्रक्रिया पूरी की, जबकि स्थल पर न तो निर्माण सामग्री पहुँची और न ही कोई ठेकेदार दिखाई दिया। ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं “जब काम हुआ ही नहीं, तो पैसा आखिर गया कहां?”
ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की शिकायत अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) घरघोड़ा से करते हुए, फर्जी आहरण की जांच और सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Author: Deepak Mittal
