
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली नवभारत टाइम्स 24×7.in
मुंगेली : मुंगेली जिले से इस वक्त दिल दहला देने वाली खबर निकल कर सामने आई है जंहा जिले के पथरिया ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत धुमा में स्थित भाटिया वाइन मर्चेंट के द्वारा छोड़े जाने वाले जहरीले पानी से पवित्र शिवनाथ नदी प्रदूषित हो गयी है नतीजन जलजीव मछली ग्राम कोनी, मेंन्द्ररा, लमती व मन्दकु द्वीप एनीकट के नदी किनारे जहरीले पानी को पीने से हजारों की तादाद में मछलियां मरी हुई मिली है।
भाटिया वाइन मर्चेंट से निकलने वाली गन्दे पानी की बदबू के चलते सम्बंधित आस पास के क्षेत्रों में लोगों का जीना बद से बदतर होता जा रहा है जिसके चलते किसी भी प्रकार से शासन और प्रशासन द्वारा रसूखदार व्यक्ति होने के नाते कार्यवाही न करने विषय पर संज्ञान न लेने के मामले पर लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया गया था। जिस पर आनन फानन में अधिकारियों द्वारा औपचारिकता निभाई गयी थी।
प्रतिदिन शाम को निकलने वाले इस गन्दे पानी और बदबू से परेशान ग्रामवासियों द्वारा पूर्व में इसकी शिकायत भी की गई थी कि गंदे पानी के कारण नदी का पानी भी गन्दा हो रहा इसके केमिकल से नदी स्नान को आये लोगों में बीमारी का खतरा भी बढ़ रहा है। एक माह पूर्व पथरिया sdm भरोसा राम ठाकुर द्वारा प्रबन्धक को एक नोटिस जलजीवों के खतरों को भांपते हुए दिया गया था परंतु पर्यावरण विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई।

किसी भी प्रकार की करवाई या रोकथाम न होने की स्थिति ने आज आखिरकार हजारों बेजुबान जीवों को मौत के घाट उतार दिया।
मिली जानकारी अनुसार आस पास के लोग इतनी सारी मछलियों को देखकर खाने के लिए ले जाते नज़र आ रहे है जो स्वास्थ्यगत कारणों को लेकर चिंता का विषय बना हुआ है।
जहरीले पानी से मृत मछलियों को खाने से निश्चित ही लोगों में बीमारी घर करेगी ऐसे में उसका पूर्ण जिम्मेदार कौन होगा..? चारों दिशाओं से घिरे मदकूद्वीप स्थित शिवनाथ नदी का पानी भाटापारा शहर और आस पास के गाँव मे पीने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
जुबां लोगो को पैसे के बल पर बेजुबां बनाता भाटिया वाइन मर्चेंट पहले ही शराब रूपी जहर का निर्माण कर लोगों के घर मे जहर पहुंचा ही रहा था कि अब बेजुबां जीव भी इसका शिकार हो गए । परेशान गांव वाले इस विषय को लेकर पूरी तरह कार्यवाही न होने पर आंदोलन का मन बना रहे है।
अब देखने वाली बात यह है कि बाहर राज्य से आये भाटिया वाइन मर्चेंट के पंडो की खौफ , उच्च दर्जे की रसूखदारी , हमेशा की तरह अधिकारियों की जेब गर्म कर मामला बियर से ठंडा कर देगा या मामले को गंभीरता से लेते हुए आस्था स्वरूपा शिवनाथ नदी , बेजुबां जलजीवों के साथ क्षेत्र के लोगो के साथ उक्त प्लांट पर शिकंजा कसकर न्याय मिलेगा।
