बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित सरकंडा थाना क्षेत्र के बंगालीपारा मोहल्ले में मंगलवार देर शाम एक आपत्तिजनक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। CGPSC की तैयारी कर रहे अर्श अली नामक युवक को एक युवती के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पुलिस और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा।
इस घटना ने स्थानीय निवासियों के बीच नाराजगी और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। लोग इसे शैक्षणिक नगरी के नाम पर हो रही सांस्कृतिक मर्यादा की अवहेलना बता रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
अर्श अली, जो सरगुजा के लखनपुर का निवासी है, बंगालीपारा में किराए के मकान में रहकर CGPSC की तैयारी कर रहा था। मोहल्लेवालों का आरोप है कि वह पिछले कुछ समय से अलग-अलग लड़कियों को अपने कमरे में बुलाता रहा है, जिससे माहौल दूषित हो रहा था।
स्थानीय लोगों ने हिंदू संगठन को इसकी जानकारी दी, जिसने पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा।
कमरे में मिला अशोभनीय दृश्य
छापे के दौरान अर्श अली एक युवती के साथ आपत्तिजनक अवस्था में मिला। पूछताछ में युवक ने युवती को पहले मित्र, फिर बहन बताने की कोशिश की, लेकिन पहचान पत्र की जांच में उनका कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं मिला।
युवती भी सरगुजा की रहने वाली है और पढ़ाई के सिलसिले में बिलासपुर में रह रही थी।
शराब और संदिग्ध वस्तुएं भी मिलीं
पुलिस ने तलाशी के दौरान कमरे से शराब की बोतलें और कुछ संदिग्ध वस्तुएं जब्त की हैं। मामले में CRPC की धारा 151 के तहत अर्श अली के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि जांच में और तथ्य सामने आने पर सख्त धाराएं लगाई जा सकती हैं।
किरायेदार सत्यापन की अपील
सरकंडा थाना प्रभारी ने मकान मालिकों से पुलिस वेरिफिकेशन की अपील की है।
“छात्र बनकर कुछ लोग शहरों में गलत नीयत से आकर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं। वेरिफिकेशन न होने से ऐसे मामलों को रोकना मुश्किल हो जाता है।”
हिंदू संगठन ने की कड़ी प्रतिक्रिया
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि
“बिलासपुर एक शिक्षा केंद्र है, न कि अनैतिक कार्यों का अड्डा। हम मांग करते हैं कि युवक के मोबाइल, सोशल मीडिया और अन्य डिवाइसेस की डिजिटल फॉरेंसिक जांच हो।”
