दल्लीराजहरा: झमाझम बारिश के चलते दल्लीराजहरा शहर की निचली बस्तियों में भारी पानी भर गया है। शहर के नाले अब सामान्य पानी नहीं, बल्कि लाल रंग के खतरनाक पानी से लबालब हो गए हैं। यह पानी सीधे माइंस से बहकर आ रही फाईस (खनिजीय कचरा) के कारण लाल हो गया है, जो अब नालों और घरों तक पहुंचने लगा है।
दल्लीराजहरा शहर के स्थानीय लोगों में इसे लेकर गहरी चिंता देखी जा रही है। शहरवासी इसे “लाल पानी” के नाम से जानने लगे हैं और यह अब दल्लीराजहरा की एक नई पहचान बनती जा रही है, लेकिन ये पहचान खतरनाक स्वास्थ्य संकट का संकेत है।
स्वास्थ्य संकट मंडराया
वरिष्ठ चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि यह लाल पानी आमजन के लिए घातक साबित हो सकता है। इसमें भारी मात्रा में खनिजीय अवशेष और रासायनिक तत्व घुले होने की आशंका है, जो चर्म रोग, पेट संक्रमण, लिवर, फेफड़े और त्वचा संबंधी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।
वरिष्ठ चिकित्सक डा शैबाल जाना की सलाह:
लाल पानी से नहाना, कपड़े धोना, या किसी भी प्रकार की निस्तारी ना करें,बच्चों और बुजुर्गों को इस पानी से दूर रखें, अगर किसी को खुजली, जलन, या बुखार जैसे लक्षण दिखाई दें तो तत्काल चिकित्सीय सलाह लें।
प्रशासन मौन, जनता परेशान
स्थानीय प्रशासन की ओर से अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। नालों की सफाई और पानी के सैंपल जांच की मांग को लेकर लोग आक्रोशित हैं।
बारिश के साथ आई यह लाल आफ़त अब केवल गंदगी नहीं, बीमारी का रूप ले चुकी है। जरूरत है सतर्कता और प्रशासनिक सजगता की, ताकि आने वाले दिनों में दल्लीराजहरा किसी महामारी का शिकार न बन जाए।
