सफलता की कहानी: महतारी वंदन योजना से रोहराकला की महिलाएं बनीं आत्मनिर्भर, फैंसी स्टोर से कमा रही हजारों रुपये

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निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111

मुंगेली : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने वाली महतारी वंदन योजना ने छत्तीसगढ़ की ग्रामीण महिलाओं के जीवन में नई उम्मीद जगाई है।

इस योजना के तहत पात्र विवाहित महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है, जो उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित कर रही है। मुंगेली जिले के ग्राम रोहराकला की परमेश्वरी साहू ने इसी राशि का सदुपयोग कर एक फैंसी स्टोर खोल लिया है, जो अब उनकी आय का प्रमुख स्रोत बन गया है।

योजना से मिली सहायता ने बदली जिंदगी

श्रीमती परमेश्वरी साहू को महतारी वंदन योजना के अंतर्गत हर माह 1000 रुपये की किस्त मिलती है, जिसका उपयोग उन्होंने “लोकेश फैंसी स्टोर” स्थापित करने में किया। दुकान से वे प्रतिमाह 6 से 7 हजार रुपये की कमाई कर रही हैं, और आवश्यक सामान भी इसी राशि से खरीदती हैं।

इसके अलावा, वे सिलाई का कार्य भी करती हैं, जिसमें योजना की सहायता का ही उपयोग होता है। अपनी कमाई का एक हिस्सा वे बेटी के भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर रही हैं, जो महिलाओं के सशक्तिकरण को दर्शाता है।

अन्य महिलाओं पर भी सकारात्मक प्रभाव

ग्राम रोहराकला की एक अन्य महिला ममता साहू भी इस योजना का लाभ उठा रही हैं। वे प्राप्त राशि को परिवार की घरेलू जरूरतों और बच्चों की पढ़ाई में खर्च करती हैं, जिससे उनके जीवन में आर्थिक स्थिरता आई है। श्रीमती साहू ने बताया कि यह योजना महिलाओं को न केवल आर्थिक मजबूती दे रही है, बल्कि भविष्य की योजनाएं बनाने का आत्मविश्वास भी प्रदान कर रही है। इसी तरह, योजना ने पूरे जिले में महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आभार और योजना का महत्व

श्रीमती परमेश्वरी साहू और ममता साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तथा मुंगेली जिला प्रशासन के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की नई राह दिखाई है, जो प्रदेश भर में सकारात्मक बदलाव ला रही है। यह योजना समाज में महिलाओं के प्रति भेदभाव को दूर करने और उनके स्वास्थ्य-पोषण स्तर में सुधार लाने का माध्यम बनी हुई है।

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Author: Deepak Mittal

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