अजब मध्य प्रदेश अपने गजब निर्माण को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है। इसमें भोपाल का 90 डिग्री वाले ब्रिज हो या फिर इंदौर का जेड आकार का पुल का निर्माण हो। प्रदेश इन निर्माण को लेकर पूरे देश में सुर्खियों में रहता ही है।
अब सीधी जिले में विकास के नाम पर ऐसी लापरवाही कर दी गई है कि उस क्या कहा जाए। यहां सीसी सड़क निर्माण में बीच रास्ते हैंडपंप को छोड़ दिया गया है। इतना ही नहीं उसके साइड में पिलर बनाए गए है। सड़क निर्माण की पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है।
सड़क के बीचोबीच छोड़ा दिया नल
जिले के कोठार गांव में प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत सड़क का निर्माण किया गया है। इस सड़क के बीचोंबीच एक हैंडपंप मौजूद है।
सड़क निर्माण के दौरान इस हैंडपंप को हटाने के बजाए उसके ऊपर से ही रोड निकाल दी गई। इसका वीडियो वायरल होने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों पर सवाल उठने लगे है।
हैंडपंप की सुरक्षा में बनी पिलर बाउंड्री
लापरवाही का आलम यह है कि सड़क के बीच में जो हैंडपंप है, उसकी सुरक्षा के लिए तीन चार लोह के खंबे तक बना दिए बना दिए गए हैं, जिससे हैंडपंप की सुरक्षा हो सके। इतना ही नहीं हैंडपंप तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों तक का निर्माण किया गया है। इस अनोखे सड़क का निर्माण अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।
10 परिवारों के पीने का सहारा
बताया जाता है कि यह हैंडपंप 10 परिवारों के लिए पानी का एकमात्र स्त्रोत है। सड़क बनाते समय सरंपच और सचिव ने हैंडपंप हटाने की जगह वहां गड्ढा कर उसे नीचे कर दिया। फिर सड़क का निर्माण कराया गया।
जिम्मेदारों के जवाब चौंकाने वाले
इस मामले में जब जानकारी लेने के लिए जनपद पंचायत के सीईओ चंदूलाल पनिका को फोन लगाया गया। उन्होंने तो फोन ही रिसीव नहीं किया। वहीं, सीधी जिले में पदस्थ एसडीम राकेश शुक्ला ने बताया कि इस मामले की अभी उन्हें जानकारी नहीं है। वह सीईओ से जानकारी लेकर लेते हैं।
फिलहाल सड़क के बीचोंबीच बना हैंडपंप चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, प्रदेश मे आए दिन ऐसे नए नए मामले आते रहते हैं जो कि सरकार और सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर देते हैं। हाल ही में नया मामला सीधी जिले के डोल कोठार गांव का है।
Author: Deepak Mittal









