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Scam Alert: सावधान! इन नंबरों से आ रहे कॉल्स बन सकते हैं मुसीबत, सरकार ने दी बड़ी चेतावनी, जानें सबकुछ

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Deepak Mittal

आज के डिजिटल युग में जहां सब कुछ स्मार्ट हो गया है, वहीं साइबर अपराधी भी अब पहले से ज्यादा होशियार हो गए हैं। सरकार लाख कोशिशें कर रही है कि लोगों को फर्जी कॉल्स और मैसेज से बचाया जा सके, लेकिन स्कैमर्स हर बार नया तरीका निकाल ही लेते हैं।

अब सरकार ने एक और बड़ी चेतावनी जारी की है जो सभी मोबाइल यूजर्स के लिए बेहद जरूरी है।

VoIP कॉल से बढ़ी खतरे की घंटी

सरकार के साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के अनुसार, अब स्कैमर्स इंटरनेट के जरिए कॉल करके लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। इसे VoIP यानी Voice Over Internet Protocol कहा जाता है। ये कॉल्स आमतौर पर +697 और +698 जैसे इंटरनेशनल नंबरों से आते हैं। ये नंबर असल में थाईलैंड से संबंधित हैं, लेकिन स्कैमर्स इसे VPN के जरिए छिपा कर भारत में उपयोग कर रहे हैं। इन कॉल्स की सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि इन्हें ट्रेस करना बेहद मुश्किल होता है। यही वजह है कि स्कैमर्स इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं।

कैसे पहचानें फर्जी कॉल

  1. अगर आपके फोन पर +697 या +698 से शुरू होने वाला कोई कॉल आता है तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
  2. अक्सर ये कॉल्स ऐसे नंबर से आते हैं जो इंटरनेशनल लगते हैं लेकिन असल में स्कैमर्स द्वारा छिपाए गए होते हैं।
  3. कॉल करने वाला खुद को किसी बैंक, सरकारी संस्था या किसी अन्य जरूरी विभाग का अधिकारी बता सकता है।
  4. ये लोग आपसे आपके बैंक खाते की जानकारी, OTP या अन्य गोपनीय जानकारियां मांग सकते हैं।

ध्यान रखें: अगर आपसे कोई जानकारी मांगी जा रही है तो तुरंत कॉल काटें और किसी भी तरह की पर्सनल जानकारी शेयर न करें।

TRAI की नई पॉलिसी का असर

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने पिछले साल फर्जी कॉल्स और SMS को रोकने के लिए एक नई पॉलिसी लागू की थी। इस पॉलिसी के तहत टेलीकॉम ऑपरेटर्स को DLT (Distributed Ledger Technology) सिस्टम लागू करने को कहा गया था जिससे नेटवर्क लेवल पर ही फर्जी कॉल्स और मैसेज ब्लॉक हो सकें। एयरटेल सहित कई टेलीकॉम कंपनियां AI आधारित तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं ताकि यूजर्स के नंबर पर आने वाले ऐसे फर्जी कॉल्स को समय रहते रोका जा सके। एयरटेल ने हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया कि हर महीने करोड़ों फर्जी कॉल्स को ब्लॉक किया जा रहा है।

अगर कॉल उठा लिया तो क्या करें?

यदि आप गलती से इस तरह का कॉल उठा भी लेते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन आपको पूरी तरह सतर्क रहना चाहिए। कॉल पर मौजूद व्यक्ति चाहे खुद को बैंक, सरकारी एजेंसी या किसी अन्य प्रतिष्ठित संस्था का अधिकारी क्यों न बताए, आप किसी भी स्थिति में अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि OTP, बैंक डिटेल्स, पैन नंबर या आधार नंबर साझा न करें। बेहतर होगा कि आप उस व्यक्ति से कॉल बैक नंबर मांगें और कहें कि आप बाद में संपर्क करेंगे। यदि वह कॉल बैक नंबर देने से इनकार करता है या बहाने बनाने लगता है, तो समझ लीजिए कि यह कॉल किसी स्कैमर का है। ऐसे में तुरंत उस नंबर को ब्लॉक करें और इसे सरकार द्वारा बनाए गए चक्षु पोर्टल या ऐप के माध्यम से रिपोर्ट करें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई हो सके।

Chakshu पोर्टल से करें शिकायत

सरकार ने ऐसे फर्जी कॉल्स और मैसेज की रिपोर्टिंग के लिए Chakshu पोर्टल लॉन्च किया है, जो कि संचार साथी वेबसाइट का हिस्सा है। यह पोर्टल यूजर्स को फर्जी कॉल्स और SMS की रिपोर्ट करने की सुविधा देता है ताकि समय रहते साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। इसके साथ ही एक मोबाइल ऐप भी उपलब्ध है जिससे यूजर्स आसानी से शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

कैसे करें रिपोर्ट?

  1. https://sancharsaathi.gov.in वेबसाइट पर जाएं
  2. Chakshu सेक्शन में जाएं
  3. कॉल या मैसेज की डिटेल्स दर्ज करें
  4. स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों को फॉलो करें

क्या है VoIP कॉल और VPN?

  • VoIP कॉल: ऐसे कॉल जो इंटरनेट के जरिए किए जाते हैं। ये सामान्य मोबाइल नेटवर्क के मुकाबले सस्ते होते हैं और इन्हें ट्रैक करना मुश्किल होता है।
  • VPN: वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क, जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति अपनी असली लोकेशन छिपा सकता है। स्कैमर्स इसी तकनीक का उपयोग करके भारत में बैठकर विदेशी नंबरों से कॉल करते हैं।
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Author: Deepak Mittal

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