परिमल ब्यापारी, संवाददाता बचेली
धर्मपाल मिश्रा, ब्यूरो चीफ, बस्तर संभाग, नवभारत टाइम्स 24X7
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूर्ण होने पर बचेली में ऐतिहासिक आयोजन।
- भव्य पथ संचलन और शस्त्र पूजन के साथ मनाया गया विजयादशमी महापर्व।
- VHP के प्रांत सह मंत्री श्री पूर्णेंद्र सिन्हा ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर दिया जोर।
- भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की रही सशक्त उपस्थिति।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूर्ण होने के ऐतिहासिक अवसर पर, बचेली मंडल शुक्रवार को एक अभूतपूर्व आयोजन का साक्षी बना। विजयादशमी के पावन पर्व पर नया बस स्टैंड परिसर में आयोजित इस भव्य उत्सव में शौर्य, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की त्रिवेणी देखने को मिली, जहाँ सैकड़ों स्वयंसेवकों और गणमान्य नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 4:00 बजे एक अनुशासित और भव्य पथ संचलन से हुआ। पूर्ण गणवेश में सजे स्वयंसेवकों के कदमताल और ‘भारत माता की जय’ के नारों से नगर का वातावरण देशभक्ति के रंग में सराबोर हो गया। यह संचलन नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरा, जहाँ नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
संचलन के समापन के पश्चात शाम 5:00 बजे विधि-विधान से शस्त्र पूजन किया गया, जो अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, श्री पूर्णेंद्र सिन्हा, प्रांत सह मंत्री, विश्व हिंदू परिषद, छत्तीसगढ़ ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में संघ की 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक विचार है जो व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य रखता है। आज जब संघ अपनी शताब्दी मना रहा है, तो यह हर स्वयंसेवक के लिए गर्व का क्षण है।” उन्होंने युवाओं से राष्ट्र सेवा में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का आह्वान किया।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में राजनीतिक क्षेत्र की भी सशक्त भागीदारी रही। भाजपा मंडल अध्यक्ष, श्री अमलेंदु चक्रवती के कुशल संयोजन में मंडल के सभी भाजपा पदाधिकारी, पार्षद, विभिन्न मोर्चा और प्रकोष्ठों के सदस्य एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। उनकी मौजूदगी ने कार्यक्रम को और भी व्यापक स्वरूप प्रदान किया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन का श्रेय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बचेली के नगर प्रमुख को जाता है, जिन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाया। यह आयोजन न केवल संघ के शताब्दी वर्ष का उत्सव था, बल्कि बचेली के सामाजिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में एक मील का पत्थर भी साबित हुआ।

Author: Deepak Mittal
