रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में आज एक महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया, जिसमें अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने मंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ गुरु खुशवंत (आरंग) और गजेंद्र यादव (दुर्ग) ने भी शपथ ली। समारोह राजभवन में आयोजित हुआ, जहां राज्यपाल रमेन डेका ने तीनों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
शपथ समारोह में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, भाजपा विधायक, कलेक्टर, कमिश्नर और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
मीडिया को नहीं मिला आमंत्रण, विशेष कार्ड से ही एंट्री
इस बार समारोह में एक बड़ा बदलाव देखा गया — पत्रकारों को आमंत्रित नहीं किया गया। केवल ANI को कवरेज की अनुमति दी गई, जबकि अन्य मीडिया संस्थान इससे वंचित रहे। भाजपा नेताओं और अधिकारियों को विशेष आमंत्रण कार्ड जारी किए गए थे। समारोह को सीमित और गोपनीय दायरे में आयोजित किया गया।
14 मंत्रियों का फार्मूला और संतुलन की नीति
राज्य में 90 सदस्यीय विधानसभा के तहत अधिकतम 13.5 मंत्री बनाए जा सकते हैं। हरियाणा मॉडल के आधार पर छत्तीसगढ़ में अब 14 मंत्रियों का फार्मूला लागू किया गया है।
राजेश अग्रवाल के मंत्रिमंडल में शामिल होने से सरगुजा संभाग को प्रतिनिधित्व मिला है।
गुरु खुशवंत से मध्य छत्तीसगढ़, और गजेंद्र यादव से दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है।
इससे भाजपा ने न केवल भौगोलिक संतुलन, बल्कि राजनीतिक समीकरण भी साधे हैं।
कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर
राजेश अग्रवाल के मंत्री बनने की खबर जैसे ही अंबिकापुर और सरगुजा संभाग में पहुंची, वहां कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई। जगह-जगह ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया गया, मिठाइयां बांटी गईं और समर्थकों ने उन्हें बधाइयों से नवाजा।
राजनीतिक विश्लेषण: मजबूत हो रही भाजपा की चुनावी रणनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मंत्रिमंडल विस्तार भाजपा की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। नए चेहरों के साथ भाजपा ने क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने, संगठन को नई ऊर्जा देने और आगामी चुनावों के लिए आधार मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, चेकिंग सख्त
राजभवन में शपथ ग्रहण को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि समारोह पूरी तरह शांतिपूर्ण और नियंत्रित वातावरण में सम्पन्न हो।

Author: Deepak Mittal
