रिपोर्ट: दीपक मित्तल, प्रधान संपादक, छत्तीसगढ़
बालोद, 24 जून।
छत्तीसगढ़ सरकार के “धरती आबा जनभागीदारी अभियान” के अंतर्गत बालोद जिले में लगातार लाभ संतृप्ति शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के ग्रामीण अपनी समस्याओं के समाधान और योजनाओं का लाभ प्राप्त करने पहुँच रहे हैं।
सोमवार को डौण्डीलोहारा, बालोद, गुरूर और गुण्डरदेही विकासखण्डों के ग्रामों — भरदा लो, अमोरा, कपरमेटा और बोरगहन में आयोजित शिविरों में ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, जाति और निवास प्रमाण पत्र, श्रम कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, और अन्य आवश्यक योजनाओं के तहत लाभ प्रदान किया गया।
ग्रामीणों ने शिविरों में त्वरित समाधान पर प्रसन्नता जताते हुए सरकार की इस पहल को जनजातीय समाज के लिए “जीवन में बदलाव लाने वाला कदम” बताया।
शिविरों में हुए प्रमुख लाभ वितरण:
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भरदा लो:
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15 आयुष्मान कार्ड, 20 जाति/निवास प्रमाण पत्र, 5 किसान सम्मान निधि, 17 सिकलसेल जांच, 3 टीकाकरण
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बोरगहन:
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8 राशन कार्ड, 5 आयुष्मान कार्ड, 20 श्रम कार्ड, 5 सोलर/विद्युत कनेक्शन, 1 विश्वकर्मा योजना, 74 सिकलसेल जांच
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कपरमेटा:
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8 प्रधानमंत्री आवास योजना हेतु चिन्हांकन, 10 आयुष्मान कार्ड, 5 किसान क्रेडिट कार्ड, 6 वनाधिकार पत्रधारी कृषकों को कृषि योजनाओं का लाभ
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अमोरा:
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4 आयुष्मान कार्ड, 7 जाति/निवास प्रमाण पत्र, 9 किसान क्रेडिट कार्ड, 3 कृषक पशुपालन योजनाओं से लाभान्वित
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शिविरों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच, सिकलसेल व एनीमिया परीक्षण तथा टीकाकरण भी किया गया।
जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी
इन शिविरों में जनपद अध्यक्ष, सदस्य, सरपंच, पंचायत प्रतिनिधि एवं सरकारी अधिकारी उपस्थित रहे और शिविर संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जनप्रतिनिधियों ने इसे “जनकल्याण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम” बताया।
