रायपुर के बोरियाकला में चल रहा था फर्जी ऑफिस, 46 हजार की मेंबरशिप स्कीम से ठगी — पहले भी हो चुकी थी गिरफ्तारी!
रायपुर। राजधानी पुलिस ने एक शातिर अंतर्राज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो “Ril India Marketing Pvt. Ltd.” और “Weiconic Pvt. Ltd.” नाम की कंपनियों के जरिए लोगों से लाखों की ठगी कर रहा था। पुलिस ने चार आरोपियों — गुरूचरण साहू (मुंगेली), पुनीत प्रजापति (राजस्थान), निर्मला ठाकुर उर्फ निर्मला सामंत और शिवानी ठाकुर उर्फ शिवानी बोहरा (उत्तराखंड) — को गिरफ्तार किया है।
यह गिरोह प्रोडक्ट सेलिंग और मेंबरशिप स्कीम के नाम पर भोले-भाले लोगों से पैसे वसूलकर गायब हो जाता था।
ठगी का जाल : नौकरी, वेतन और कमीशन का लालच
धरसींवा की रहने वाली जागेश्वरी यादव और उसकी सहेली को इस गिरोह ने “ब्यूटी प्रोडक्ट बेचने पर 10% कमीशन और 20,000 रुपये वेतन” देने का झांसा दिया।
कंपनी ने मेंबरशिप के नाम पर उनसे ₹46,500 जमा करवाए, और कुल ₹99,000 हड़प लिए।
लेकिन जब वेतन और सुविधा नहीं मिली, तो शिकायत दर्ज कराई — जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का पूरा राज़ खुल गया।
पुलिस जांच में खुलासा : कंपनी के पास नहीं थे कोई वैध कागजात
मुजगहन थाना पुलिस और एंटी क्राइम व साइबर यूनिट की टीम ने दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा।
पूछताछ में वे कंपनी का कोई पंजीयन या लाइसेंस पेश नहीं कर सके।
कड़ी पूछताछ में उन्होंने ठगी की बात कबूल की और बताया कि कंपनी सिर्फ दिखावे के लिए खोली गई थी, ताकि लोगों से पैसा लेकर भागा जा सके।
पहले भी दर्ज है मामला
पुलिस रिकॉर्ड में सामने आया कि यही गिरोह पहले भी थाना न्यू राजेंद्र नगर में ठगी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है।
उस वक्त तीन आरोपी जेल भी गए थे — अब वही गिरोह फिर से नए नाम और ऑफिस के साथ सक्रिय हो गया था।
अंतर्राज्यीय नेटवर्क का शक
पुलिस का मानना है कि गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है।
आरोपियों के मोबाइल, लैपटॉप और दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं ताकि अन्य ठगी मामलों से इनके कनेक्शन का पता लगाया जा सके।
पुलिस की चेतावनी
रायपुर पुलिस ने जनता को चेताया है कि किसी भी कंपनी में पैसा लगाने या नौकरी का ऑफर मिलने पर उसकी कानूनी वैधता और पंजीयन जरूर जांचें।
पुलिस ने कहा कि बिना पंजीयन के कंपनियां चलाने या निवेश के नाम पर जनता को ठगने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Author: Deepak Mittal
