भारत का पड़ोसी देश नेपाल एक बार फिर अस्थिरता की चपेट में है जहां राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत सरकार के सभी बड़े मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. देश की कमान सेना के हाथ में है और पूरे देश में गुरुवार तक कर्फ्यू लगा दिया गया है.
भीषण हिंसा के बाद राजधानी काठमांडू की सड़कों पर तनावपूर्ण सन्नाटा पसरा हुआ है और चारों तरफ जली हुई इमारतें दिखाई दे रही हैं.
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और नेपाल की आर्मी लोगों से अपील कर रही है कि वो अपने पास मौजूद अनाधिकृत हथियार, गोला-बारूद सरेंडर कर दें.
नेपाल में फैली अराजकता के बीच आजतक की टीम ग्राउंड पर मौजूद है. टीम ने नेपाल के क्षतिग्रस्त संसद भवन का विवरण दिया है जिसमें मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने भारी तोड़फोड़ मचाई थी और उसे आग के हवाले कर दिया था.
नेपाल की संसद भवन में कुछ भी साबुत नहीं बचा
प्रदर्शनकारियों ने नेपाल की संसद भवन का जो हाल किया है, संभवतः ऐसा किसी देश की संसद में नहीं हुआ होगा. नेपाल की संसद भवन में हर जगह कांच के टुकड़े बिखरे पड़े हैं और सिक्योरिटी चेक के बाद संसद भवन के गैलरी की तरफ जानेवाली सीढ़ियों की रेलिंग भी तोड़ दी गई है.
संसद भवन के अंदर जगह-जगह आगजनी और ब्लास्ट के निशान दिखाई दे रहे हैं, अंदर कुछ भी साबुत नहीं बचा है.
संसद भवन के रिसेप्शन एरिया को भी भारी नुकसान पहुंचा है. प्रदर्शनकारियों ने रिसेप्शन एरिया में रखे सभी डॉक्यूमेंट्स को आग में फूंक दिया, सारे फर्निचर टूटे हुए, आग में जले दिख रहे हैं और सीलिंग भी पूरी तरह जल चुकी है. नेपाल के संसद भवन के अंदर हर तरफ बस तबाही का मंजर है.
भारत-नेपाल बॉर्डर पर बांके में कस्टम विभाग के दफ्तर को जलाया
ग्राउंड पर मौजूद आजतक की टीम ने बताया कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर बांके में स्थित कस्टम विभाग के दफ्तर को प्रदर्शनकारियों ने आगे के हवाले कर दिया है.
प्रदर्शनकारियों ने पहले सड़क को जाम किया और फिर कस्टम डिपार्टमेंट के ऑफिस में आग लगा दी. प्रदर्शनकारी देर रात सड़कों पर खड़े दिखे.
नेपाल में कैसे हैं बुधवार सुबह के हालात
नेपाल में बुधवार का दिन तनावपूर्ण बना हुआ है जहां भीषण हिंसा के बाद के निशान हर जगह बिखरे पड़े हैं. लुम्बिनी के नेपालगंज में जगह-जगह पुलिस चेक पोस्ट टूटे पड़े हैं और बस स्टैंड तोड़ दिया गया है. हालांकि, स्थानीय लोग, जो विरोध-प्रदर्शन में शामिल थे, अब आगे आए हैं और साफ-सफाई में लग गए हैं.
क्षेत्र की नगरपालिका बिल्डिंग को आग के हवाले कर दिया गया था और नेपाल की सरकारी व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. सारा कुछ आर्मी के जिम्मे है.
झाड़ू लेकर सड़कों पर उतरे Gen-Z प्रदर्शनकारी
सिस्टम कॉलैस्प को देखते हुए प्रदर्शन में शामिल जेन-जी प्रदर्शनकारियों ने ही साफ-सफाई की जिम्मेदारी ली है और चारों तरफ सफाई कर रहे हैं. लोग झाड़ू और साफी-सफाई के दूसरे सामान लेकर सड़कों पर उतर आए हैं और मिलकर सफाई कर रहे हैं.
तोड़फोड़ और आगजनी की वजह से सड़कों पर भारी गंदगी फैल गई है. चारों तरफ मलबा आदि बिखरा पड़ा है जिसकी सफाई की जा रही है.
नेपाल के आम लोग क्या बोले?
नेपालगंज के एक शख्स ने कहा कि कल प्रदर्शन का माहौल था और आज वो हाथों में झाड़ू लिए साफ-सफाई कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘कल हम लोगों ने बदलाव के लिए आंदोलन किया था. आंदोलन में कुछ ऐसी घटनाओं का हो जाना स्वाभाविक है. हमने आंदोलन किया और अब हम खुद सामने आकर सफाई भी कर रहे हैं.’

Author: Deepak Mittal
