अगर हां, तो सतर्क हो जाइए क्योंकि यह एक खतरनाक फिशिंग स्कैम है जो आपकी निजी और बैंकिंग जानकारी चुराने के लिए बनाया गया है। हाल ही में एक नया स्कैम सामने आया है जिसमें लोगों को एक ईमेल भेजा जा रहा है, जिसमें लिखा होता है- “आपका PAN 2.0 तैयार है, यहां क्लिक करें और डाउनलोड करें।” यह मेल दिखने में एकदम असली लगता है लेकिन इसका मकसद आपकी पहचान और वित्तीय डेटा चुराना है।
क्या है PAN 2.0 स्कैम?
यह स्कैम एक नकली ईमेल से शुरू होता है जिसमें दावा किया जाता है कि सरकार ने एक नया “PAN 2.0” ई-पैन कार्ड जारी किया है। इसमें एक डाउनलोड लिंक दिया जाता है जिसमें क्लिक करने पर यूज़र किसी सरकारी वेबसाइट की बजाय स्कैमर्स की वेबसाइट पर पहुंचता है। यह वेबसाइट हूबहू सरकारी वेबसाइट जैसी होती है, जिसमें सरकारी लोगो, भाषा और डिजाइन का इस्तेमाल किया गया होता है। इससे यूज़र को भ्रम होता है कि वह किसी आधिकारिक पोर्टल पर है।
इतना खतरनाक क्यों है ये स्कैम?
- सरकारी जैसी भाषा और डिजाइन: ईमेल और वेबसाइट में पूरी कोशिश की जाती है कि सबकुछ सरकारी लगे।
- पर्सनल डेटा की चोरी: जैसे ही आप वेबसाइट पर अपने PAN नंबर, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड डालते हैं, यह जानकारी स्कैमर्स के पास पहुंच जाती है।
- पैसे उड़ाए जा सकते हैं: आपकी जानकारी के जरिए UPI, नेट बैंकिंग या कार्ड से ट्रांजैक्शन करके आपके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं।
- डिजिटल पहचान का गलत इस्तेमाल: स्कैमर आपकी पहचान का उपयोग अवैध कामों में कर सकते हैं जैसे फर्जी लोन लेना या दूसरे फ्रॉड करना।
स्कैम से कैसे बचें?
- किसी भी ईमेल के लिंक पर क्लिक न करें: जब तक आप ईमेल की सत्यता जांच न लें, किसी लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें।
- वेबसाइट का URL जांचें: अगर वेबसाइट का पता ‘.gov.in’ से खत्म नहीं हो रहा है तो वह सरकारी नहीं है।
- डर या जल्दबाज़ी में निर्णय न लें: कोई भी ऐसा ईमेल जो तुरंत कदम उठाने को कहे, वह स्कैम हो सकता है।
- अपनी जानकारी शेयर न करें: किसी भी अनजानी वेबसाइट या मेल में अपने आधार, पैन, OTP या बैंक डिटेल्स न भरें।
क्या सच में लॉन्च हुआ है PAN 2.0?
बिलकुल नहीं। सरकार या आयकर विभाग ने PAN 2.0 नाम से कोई भी कार्ड या सुविधा अब तक लॉन्च नहीं की है। इस संबंध में प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) और आयकर विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसी कोई योजना अस्तित्व में नहीं है और यह ईमेल पूरी तरह से फर्जी है। इसका उद्देश्य केवल लोगों को भ्रमित करके उनकी निजी और वित्तीय जानकारी चुराना है। यदि आपको इस प्रकार का कोई मेल प्राप्त हो तो उसे तुरंत स्पैम या फिशिंग के रूप में मार्क करें और किसी भी लिंक पर क्लिक करने या जानकारी साझा करने से बचें।
गलती से क्लिक कर दिया हो तो क्या करें?
अगर आपने गलती से उस ईमेल के लिंक पर क्लिक कर दिया हो या अपनी कोई भी निजी जानकारी जैसे PAN नंबर, आधार, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड भर दिया हो, तो बिना देर किए तुरंत आवश्यक कदम उठाना बेहद जरूरी है। सबसे पहले अपने बैंक को सूचित करें और अपने खाते को फ्रीज़ करने या उस पर निगरानी रखने की मांग करें ताकि किसी भी अनधिकृत लेन-देन को रोका जा सके। इसके बाद अपने सभी पासवर्ड—जैसे बैंकिंग, ईमेल, नेट बैंकिंग, UPI पिन आदि—तुरंत बदल दें। इसके साथ ही नजदीकी साइबर क्राइम थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएं और साथ ही राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत भी करें। यदि संभव हो तो उस फर्जी ईमेल या वेबसाइट के स्क्रीनशॉट लेकर सुरक्षित रखें, ताकि शिकायत करते समय उन्हें सबूत के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। ये कदम आपके वित्तीय नुकसान को रोकने और डिजिटल सुरक्षा बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
कहां से लें सही जानकारी?
PAN या किसी भी कर संबंधी जानकारी के लिए हमेशा केवल सरकार की आधिकारिक वेबसाइट www.incometax.gov.in पर ही जाएं। इसी पोर्टल के माध्यम से आयकर विभाग सभी महत्वपूर्ण अपडेट, सेवाएं और नई योजनाएं जारी करता है। किसी भी नई सुविधा या स्कीम की जानकारी सबसे पहले यहीं पर दी जाती है, इसलिए किसी अनजान वेबसाइट, ईमेल या सोशल मीडिया संदेश पर भरोसा करने से बचें। सुरक्षित और प्रामाणिक जानकारी के लिए सिर्फ आधिकारिक स्रोतों का ही उपयोग करें।
