रायपुर, 24 जून। रायपुर पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड रैकेट का पर्दाफाश करते हुए ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत एक बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपी फर्जी तरीके से सिम कार्ड जारी कर उन्हें विदेशों तक पहुंचा रहे थे, जिनका उपयोग साइबर ठगी और अन्य अपराधों में किया जा रहा था।
पुलिस को ऐसे ठोस साक्ष्य मिले हैं कि इन फर्जी सिम कार्डों का उपयोग संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, नेपाल और म्यांमार जैसे देशों में किया गया। ये सिम कार्ड म्यूल अकाउंट (फर्जी बैंक खातों) के दलालों, वितरकों और संचालनकर्ताओं को बेचे जा रहे थे।
7000 से ज्यादा फर्जी सिम और 590 मोबाइल जब्त
अब तक की जांच में पुलिस ने 7000 से अधिक फर्जी सिम कार्ड और 590 मोबाइल फोन की पहचान की है, जो इस साइबर ठगी में प्रयोग किए जा रहे थे। फिलहाल पुलिस की जांच रेंज साइबर थाना रायपुर के नेतृत्व में जारी है।
तकनीकी विश्लेषण से खुला मामला
पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के निर्देशन में चलाए जा रहे इस ऑपरेशन में आरोपियों की पहचान तकनीकी विश्लेषण, ई-केवाईसी और डी-केवाईसी डेटा के आधार पर की गई। जांच में सामने आया कि आरोपी डबल थंब स्कैन और आई ब्लिंक जैसे फर्जी तरीकों से सिम एक्टिवेट करते थे। कुछ मामलों में आधार कार्ड की फिजिकल कॉपी का दुरुपयोग कर सिम जारी की गईं।
गिरफ्तार आरोपियों की सूची
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम, उम्र और पते निम्नलिखित हैं:
-
नितेश कुमार शर्मा (26) – करौली, राजस्थान
-
पीयूष पांडे (28) – सतना, मध्यप्रदेश
-
हरविंदर भाटिया (37) – दुर्ग, छत्तीसगढ़
-
दिलावर सिंह संधू (23) – भिलाई, दुर्ग
-
उदय राम यदु (31) – डीडीनगर, रायपुर
-
आशीष कलवानी (30) – पुरानी बस्ती, रायपुर
-
चंदन कुमार सिंह (25) – भनपुरी, रायपुर
-
सचिन गिरी (21) – मोवा, रायपुर
-
वैभव साहू (25) – कसारीडीह, दुर्ग
-
सूरज मारकण्डे (20) – कुरूद, धमतरी
-
अतहर नवाज (38) – मठपुरैना, रायपुर
जांच जारी, और गिरफ्तारियां संभावित
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। जांच दल सिम सेवा प्रदाता कंपनियों से प्राप्त जानकारियों की मदद से पूरे नेटवर्क की परतें खोलने में जुटा है।
