कोरबा। जिले के करतला थाना क्षेत्र के ग्राम बड़मार में कड़ाके की ठंड के बीच अलाव तापते समय 72 वर्षीय बुजुर्ग मंशीदास महंत की आग की चपेट में आने से मौत हो गई। उनका इलाज दो दिनों तक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चलने के बाद देर रात हुआ।
मंशीदास महंत अपने सात बेटों और बहुओं के साथ रहते थे। ठंड से बचने के लिए परिवार रोजाना घर में अलाव जलाता था। रविवार रात भी अलाव जलाया गया, जिसके पास मंशीदास चटाई बिछाकर कंबल ओढ़कर सो गए। रात करीब 12 बजे उनकी चीख सुनकर परिजन जागे और बाहर देखा तो बुजुर्ग आग की लपटों में घिरे थे।
परिजन चादर की मदद से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक मंशीदास महंत लगभग 80 प्रतिशत झुलस चुके थे। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दो दिन के इलाज के बाद उनका निधन हो गया।
यह घटना ठंड और घर में अलाव जलाने की अनजाने में हुई दुर्घटना की गंभीर याद दिलाती है।
Author: Deepak Mittal









