सुशासन की रोशनी वनांचल तक
अचानकमार क्षेत्र की 25 बसाहटों में संचालित हैं सौर ऊर्जा चालित प्रकाश इकाइयाँ
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सुशासन के संकल्प के अनुरूप प्रदेश के सुदूर और वनवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने की दिशा में निरंतर प्रयास जारी हैं। इसी क्रम में अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) के दुर्गम वनांचल ग्रामों में रात्रिकालीन सौर प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में ठोस पहल की गई है।

पूर्व में लगाए गए सोलर पैनलों की बैटरियों के पुराने और क्षमता क्षीण हो जाने के कारण 13 वनग्रामों के ग्रामीणों को पर्याप्त रात्रिकालीन रोशनी नहीं मिल पा रही थी। इससे जहां जनजीवन प्रभावित हो रहा था, वहीं सुरक्षा की दृष्टि से भी समस्याएं उत्पन्न हो रही थीं। वनग्राम बिजराकछार में आयोजित सुशासन तिहार के तहत समाधान शिविर में ग्रामीणों ने प्रकाश व्यवस्था की समस्या को प्रमुखता से उठाया। इस पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने त्वरित संज्ञान लेते हुए बैटरियों के प्रतिस्थापन के निर्देश दिए।

कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में प्रशासन ने शीघ्र कार्यवाही करते हुए नवीन बैटरियों की आपूर्ति की पहल की। उपमुख्यमंत्री श्री साव ने लोरमी से महामाई, डंगनिया, तिलईडबरा, लमनी, छपरवा और सुरही सहित कुल 13 वनग्रामों के लिए बैटरियों से भरे वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष शांति देवचरण भास्कर, जनपद अध्यक्ष वर्षा विक्रम सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष सुजीत वर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
इस पहल से लगभग 322 परिवारों को अब निर्बाध रात्रिकालीन प्रकाश की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा। उल्लेखनीय है कि एटीआर क्षेत्र की 25 बसाहटों में स्थापित 112 सोलर पावर यूनिटों के माध्यम से पहले से ही सौर ऊर्जा चालित प्रकाश व्यवस्था दी जा रही है।
