जगदलपुर। बस्तर में दशकों से दहशत फैलाने वाले नक्सलियों ने अब अचानक शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि संगठन का जारी किया गया पत्र स्विट्जरलैंड के आईपी एड्रेस से मिला है। इस खुलासे ने न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है, बल्कि वार्ता के पीछे किसी इंटरनेशनल कनेक्शन की आशंका भी गहरा दी है।
पत्र में नक्सली नेताओं ने जनता से माफी मांगी और हथियार छोड़ने की इच्छा जाहिर की, लेकिन सवाल यही है—क्या ये वास्तव में आत्मसमर्पण की पहल है या इसके पीछे कोई और बड़ा खेल छिपा है?

Author: Deepak Mittal
