रायगढ़। औद्योगिक क्षेत्र के बीचोंबीच हुआ एक रहस्यमयी चोरी कांड अब खुलकर सामने आ गया है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम व डीएसपी साइबर अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में पूंजीपथरा पुलिस ने संगठित लोहा चोरी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
चोरी की रिपोर्ट बेजोन इंडस्ट्रीज प्रा. लि. चिराईपाली के एचआर सुशांत कुमार पंडा ने थाने में दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि प्लांट नंबर 04 में एसएमएस कार्य के लिए रखे गए लोहे के 25 कटिंग प्लेट (कीमत लगभग एक लाख रुपये) 17 सितंबर की रात 1 बजे से 4 बजे के बीच रहस्यमयी ढंग से चोरी हो गए। अज्ञात चोरों ने प्लांट की दीवार फांदकर यह वारदात अंजाम दी थी।
थाना प्रभारी राकेश मिश्रा ने मुखबिरों को सक्रिय किया और टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू की। मुखबिर से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस ने लाखा निवासी दीपक मांझी, रोहन चौहान, अक्षय चौहान, मुकेश चौहान और ग्राम पाली निवासी नित्यानंद सिदार को हिरासत में लिया।
पूछताछ में आरोपियों ने संगठित होकर योजनाबद्ध तरीके से चोरी करने की बात स्वीकार की। उनके बयान के आधार पर चोरी गया माल बरामद किया गया और मामले में अतिरिक्त धाराएं भी जोड़ी गईं। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया।
लेकिन… इस पूरी कार्रवाई के बाद भी सवाल हवा में तैर रहा है—
क्या ये पांच युवक ही असली मास्टरमाइंड हैं,
या उनके पीछे छिपा है कोई और बड़ा खिलाड़ी जो अब भी आज़ाद घूम रहा है?

Author: Deepak Mittal
