निर्मल अग्रवाल, ब्यूरो प्रमुख, मुंगेली 8959931111
मुंगेली। निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी कर फरार चल रहे बी.एन. गोल्ड रियल स्टेट एण्ड एलायड लिमिटेड कंपनी के दो डायरेक्टरों को मुंगेली पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। दोनों आरोपी 8 वर्षों से फरार थे। इनकी गिरफ्तारी पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन और वरिष्ठ अधिकारियों के पर्यवेक्षण में की गई।
क्या है मामला?
यह प्रकरण थाना सरगांव क्षेत्र का है, जहां बैतलपुर निवासी हैपशिया प्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वर्ष 2013 में ग्राम बासीन निवासी कन्हैया साहू ने उनकी मां एस्ता प्रकाश को बी.एन. गोल्ड कंपनी में निवेश का झांसा दिया था। योजना के अनुसार, प्रतिमाह ₹1000 जमा करने पर 5 वर्षों में मूलधन के साथ ₹24,000 का अतिरिक्त ब्याज देने का वादा किया गया था।

प्रार्थिया की ओर से कुल ₹38,000 कन्हैया साहू को दिए गए, लेकिन अप्रैल 2016 के बाद कंपनी कार्यालय बंद हो गया और अभिकर्ता भी फरार हो गया। जब समाचार पत्रों से कंपनी के फर्जी होने की जानकारी मिली, तो 27 अगस्त 2016 को सरगांव थाना में धारा 420, 34 भादवि एवं चिटफंड एवं निवेशक संरक्षण अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत अपराध क्रमांक 262/2016 दर्ज किया गया।
अब तक इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी:
इस प्रकरण में अब तक कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है:

1. विनय कुमार यादव
2. विकास भारती
3. अनिल कुमार शर्मा
4. गुरुविंदर सिंह
5. गोपाल दास
6. चैतराम केंवट
7. बलजीत सिंह
8. संदीप सोंध
9. विपिन यादव
8 साल से फरार 2 आरोपी गिरफ्तार:
प्रकरण में लंबित 173(8) जा.फौ. के तहत फरार आरोपियों की तलाश लगातार की जा रही थी। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने इस गंभीर धोखाधड़ी प्रकरण के शीघ्र निराकरण के लिए विशेष निर्देश जारी किए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा एवं उप पुलिस अधीक्षक नवनीत पाटिल के पर्यवेक्षण में थाना सरगांव की पुलिस टीम गठित कर फरार आरोपियों की पतासाजी की गई।
टीम ने मध्यप्रदेश के जिला सिहोर में दबिश देकर दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया:
1. चरण सिंह ठाकुर, निवासी थाना आस्टा, जिला सिहोर (म.प्र.)
2. विक्रम सिंह सोनालिया, निवासी थाना आस्टा, जिला सिहोर (म.प्र.)
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे बी.एन. गोल्ड रियल स्टेट एण्ड एलायड लिमिटेड कंपनी बिलासपुर में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे और उन्होंने निवेशकों से ₹5,53,22,722 की ठगी की।
दोनों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
टीम की उल्लेखनीय भूमिका:
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक संतोष शर्मा, सउनि महादेव खुंटे, आरक्षक जितेन्द्र जाधव एवं रिपिन बनर्जी की सराहनीय भूमिका रही।
