रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) में व्यापक फेरबदल करते हुए 32 इंजीनियरों का स्थानांतरण किया है। इस सूची में कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता, और उप अभियंता शामिल हैं, जिन्हें बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है।
मंत्री अरुण साव की घोषणा:
पीडब्लूडी मंत्री अरुण साव ने मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद यह आदेश जारी किया। इनमें से एक कार्यपालन अभियंता, आधा दर्जन सहायक अभियंता और शेष उप अभियंता शामिल हैं। ये सभी इंजीनियर पिछले काफी समय से बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और सरगुजा जिलों में पदस्थ थे। अब इन्हें बस्तर के दंतेवाड़ा और सुकमा जैसे संवेदनशील इलाकों में भेजा गया है, जहां विकास परियोजनाओं पर काम किया जाएगा।


विकास की दिशा में बड़ा कदम:
इस फैसले को सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्यों को तेज करने के रूप में देखा जा रहा है। इंजीनियरों की यह नई तैनाती इन इलाकों में सड़क, पुल और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को गति देने के लिए की गई है।
प्रमुख तबादले:
इकलौते कार्यपालन अभियंता विकाश श्रीवास्तव को नया रायपुर से सुकमा स्थानांतरित किया गया है, जबकि अन्य सहायक और उप अभियंता भी बस्तर के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किए गए हैं। इस बड़े कदम के बाद इन क्षेत्रों में विकास कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है।
लोक निर्माण विभाग की इस तबादला सूची में शामिल सभी इंजीनियरों की जानकारी नीचे दी गई है।
सरकार के इस फैसले को प्रशासनिक स्तर पर एक अहम कदम माना जा रहा है, जो बस्तर क्षेत्र के विकास और नक्सल प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकता है।

Author: Deepak Mittal
