रायपुर। देशभर में साइबर अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़े अभियान की शुरुआत की है। रायपुर जोनल कार्यालय इस मामले में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, जहां 8,000 करोड़ रुपए से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा हुआ है।
जानकारी के अनुसार, ED ने अब तक 28,000 करोड़ रुपए से अधिक की अपराध आय (PoC) की पहचान की है और 8,500 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियां अटैच की हैं। इस कार्रवाई में 106 आरोपियों और संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
रायपुर जोनल कार्यालय देश के सबसे बड़े साइबर अपराध मामलों की जांच कर रहा है, जिसमें अवैध ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से करोड़ों रुपए का संचालन हुआ। महादेव ऑनलाइन बेटिंग एप के इस मामले में 160 से अधिक छापों के दौरान 19 करोड़ रुपए नकद, 17 करोड़ रुपए मूल्य के कीमती सामान और बैंक/डीमैट खातों में रखे 2,311 करोड़ रुपए फ्रीज किए गए। इस मामले में 13 लोग गिरफ्तार हैं और मास्टरमाइंड्स को यूएई से प्रत्यर्पित कराने की प्रक्रिया जारी है।
ED के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल साइबर अपराधियों के नेटवर्क को कमजोर करेगी, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों को ठगी और पोंजी योजनाओं से बचाने में भी मदद करेगी।

Author: Deepak Mittal
