महासमुंद। जिला पंचायत महासमुंद में सोमवार को आयोजित प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण की समीक्षा बैठक में जिले के आवास निर्माण लक्ष्यों को लेकर सख्त निर्देश दिए गए। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत हेमंत नंदनवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में अधिकारी और कर्मचारी सतर्क हो गए।
सीईओ नंदनवार ने स्पष्ट किया कि सितंबर और अक्टूबर 2025 के लक्ष्य शत-प्रतिशत समय-सीमा में पूरे होना अनिवार्य है। उन्होंने उन आवासों के निर्माण का विशेष ध्यान रखने को कहा, जिनका काम अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है। साथ ही, अपूर्ण आवासों का निर्माण गुणवत्ता के साथ निर्धारित अवधि में पूरा करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बैठक में विकासखण्डवार प्रगति की समीक्षा की गई और सभी जिम्मेदार अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए:
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अप्रारंभ आवासों की सूची तैयार कर तुरंत निर्माण शुरू किया जाए।
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लंबित प्रकरणों का चिन्हांकन कर त्वरित समाधान निकाला जाए।
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गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए और लाभार्थियों को समय पर आवास उपलब्ध कराया जाए।
सीईओ ने विशेष रूप से कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य सिर्फ मकान बनाना नहीं है, बल्कि ग्रामीण परिवारों को सम्मानजनक और सुरक्षित आवास उपलब्ध कराना है। अतः सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को यह दायित्व कर्तव्यनिष्ठा और संवेदनशीलता के साथ निभाना होगा।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने अपने-अपने विकासखण्ड की प्रगति प्रस्तुत की और लक्ष्य पूर्ति के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया। अब सवाल यह है कि क्या महासमुंद जिले के ग्रामीणों के सपनों के घर समय पर पूरे होंगे, या फिर कुछ “अपूर्ण” रह जाएंगे…?

Author: Deepak Mittal
