दल्लीराजहरा: वन विभाग की सक्रियता और सख्त निगरानी ने एक बार फिर अवैध कारोबारियों की नींद उड़ा दी है। दल्लीराजहरा वन परीक्षेत्र की टीम और उड़न दस्ते ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अवैध सागौन लकड़ी से फर्नीचर बनाए जाने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में सागौन की लकड़ी और तैयार फर्नीचर बरामद किए गए। जब्त किए गए माल की कीमत लगभग 2 लाख रुपये आंकी गई है।
सूचना पर हुई दबिश
वन विभाग को लंबे समय से जानकारी मिल रही थी कि ग्राम भैसबोड़ निवासी विकास देवांगन पिता देवनाथ देवांगन घोठिया गांव में अवैध रूप से सागौन लकड़ी जमा कर आलीशान फर्नीचर तैयार कर रहा है। इस पर टीम ने सर्च वारंट के आधार पर छापा मारा और मौके से बड़ी मात्रा में लकड़ी व फर्नीचर जब्त किया।
जब्त सामग्री,कार्रवाई के दौरान वन विभाग ने
36 नग सागौन चिरान,8 नग सागौन लठ्ठा,1 नग बीजा लठ्ठा,1 डायनिंग टेबल सेट,1 सागौन चौखट,2 सागौन सोफा,1 सागौन दिवान,2 सागौन दरवाजे के साथ कुल 2.233 घन मीटर सागौन लकड़ी और फर्नीचर निर्माण में उपयोग हो रही सभी मशीनें जप्त कर लीं।
दल्लीराजहरा रेंजर की सख्त चेतावनी,,
दल्लीराजहरा रेंजर संतोष ठाकुर ने कहा कि वन विभाग अवैध लकड़ी कारोबार और फर्नीचर निर्माण करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि वन संपदा से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
वन विभाग की सख्ती से खौफ,,इस बड़ी कार्रवाई से क्षेत्र के अवैध लकड़ी कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। लगातार हो रही छापेमारी से साफ संदेश है कि वन विभाग पूरी तरह सतर्क है और वन संपदा की अवैध कटाई व उपयोग करने वालों को कड़ी सजा भुगतनी पड़ेगी। यह कार्रवाई न केवल अवैध कारोबारियों के लिए सबक है, बल्कि उन सभी के लिए चेतावनी भी है जो चोरी-छिपे वन संपदा का दोहन करने का प्रयास कर रहे हैं। कार्रवाई करने के दौरान संतोष ठाकुर अजय आटीकर,.सेंट्रल चॉइस एजुकेशन अकादमी – उपसमिति सदस्य,विजय पिपलाय डिप्टी रेंजर – वनपरिक्षेत्र,मुस्ताक बारेशी – वनपाल, रमेश चंदेल – उपरेंजर अविनाश बाघ – वनपाल
रमेश कुमार सेंट्रल एजुकेशन – वनपाल,. उत्तम कुमार लहरे – वनपरिक्षेत्र माकड़ी (वनपाल) पंचायत के ग्राम वासी प्रमोद,विजय गोस्वामी. किस्मत साहू. अशोक बेंडुला, पंकज साहू, जितेंद्र बंजारे.परसराम एक्का, मुनसी राम उइके – वनपाल. सीबीओ निनापुर, सीमा लक्ष्मी बंजारे, संयुक्त वन विभाग की पूरी टीम करने में जुटी रही,!

Author: Deepak Mittal
