रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 02 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर पत्रकारिता संकल्प महासभा का आयोजन किया गया। इस महासभा में प्रदेश के विभिन्न पत्रकार संगठनों ने एकजुट होकर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजा) छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष मुरारी लाल रैदास और प्रदेश मुख्य संयोजक सूरज यादव समेत कई प्रमुख पत्रकारों ने इस आयोजन में हिस्सा लेकर अपना समर्थन दिया।
महासभा में पत्रकारों के हित संवर्धन और सुरक्षा कानून विधेयक पारित कराने, पत्रकार कल्याण कोष की स्थापना, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, और अधिमान्यता में सरलीकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।


पूरे प्रदेश में पत्रकारों के खिलाफ हो रही फर्जी एफआईआर और उत्पीड़न के मामलों पर भी गहरी चिंता व्यक्त की गई।
इस महासभा में छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, उड़ीसा और उत्तरप्रदेश से भी पत्रकार शामिल हुए। वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला, सुधीर तम्बोली और व्यास पाठक समेत अन्य कई प्रमुख पत्रकारों ने इस आयोजन का नेतृत्व किया।
महासभा में शामिल सभी पत्रकारों ने एकजुटता का संदेश देते हुए सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
पत्रकारों ने कहा कि जब नेता, मंत्री या अभिनेता को समस्या होती है तो वे पत्रकारों के पास आते हैं, लेकिन जब पत्रकारों को खुद मुश्किलें आती हैं, तो उनके पास कोई समाधान नहीं होता।

झूठे केसों और प्रताड़ना का सामना करने वाले पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून की मांग करते हुए सभी ने सरकार से इस दिशा में जल्द कदम उठाने की अपील की।
महासभा के आयोजन में कई प्रमुख पत्रकार संगठन जैसे छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन, इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन, स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन, प्रेस एंड मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन और कई अन्य ने अपनी भागीदारी दी और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए व्यापक समर्थन जताया।
इस महासभा के आयोजन ने प्रदेश के पत्रकारों को एक मंच पर लाकर उनके अधिकारों और सुरक्षा के लिए एक नई दिशा प्रदान की है।
