दल्लीराजहरा शहर लाल-हरे झंडों से पट गया, जन मुक्ति मोर्चा ने शहीद शंकर गुहा नियोगी की शहादत दिवस पर निकाली ऐतिहासिक रैली
तीन किलोमीटर लंबी रैली में उमड़ा जनसैलाब, मजदूर-किसानों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
सभा स्थल गूंजा – “नियोगी अमर रहें”, “मजदूर-किसान एकता जिंदाबाद”
दल्लीराजहरा: दल्लीराजहरा शहर सोमवार को पूरी तरह लाल और हरे झंडों से सराबोर नज़र आया। जन मुक्ति मोर्चा द्वारा आयोजित शहीद शंकर गुहा नियोगी की शहादत दिवस पर हजारों की संख्या में मजदूर, किसान, छात्र और आमजन सड़कों पर उतर आए। विशाल रैली तीन किलोमीटर लंबी दूरी तय करते हुए नियोगी चौक पहुँची, जहाँ शौर्य, बलिदान और संघर्ष के प्रतीक नियोगी को नमन करते हुए आमसभा आयोजित की गई।
लाल-हरे रंग में रंगा दल्लीराजहरा शहर
सुबह से ही पूरे नगर में माहौल उत्साहपूर्ण रहा। झंडों, बैनरों और पोस्टरों से सजे रास्तों पर जब मजदूर और किसान संगठित होकर निकले, तो पूरा शहर एकता और संघर्ष की भावना से सराबोर हो उठा। नारेबाजी और श्रमिक गीतों के बीच रैली आगे बढ़ी तो हर गली-चौराहे पर लोगों ने फूल बरसाकर स्वागत किया।
जन नेताओं ने कहा – नियोगी आज भी प्रासंगिक
सभा को संबोधित करते हुए जीत गुहा नियोगी सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि “शंकर गुहा नियोगी ने सिर्फ मजदूरों के लिए ही नहीं, बल्कि समाज के हर वंचित वर्ग के लिए संघर्ष किया। उनका सपना था एक न्यायपूर्ण समाज का निर्माण, जिसे हमें आगे बढ़ाना है।”
वक्ताओं ने याद दिलाया कि नियोगी ने छत्तीसगढ़ में मजदूर आंदोलन को नई दिशा दी और शहीद अस्पताल जैसी अनूठी पहल करके श्रमिकों को सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सेवा दिलाई।
श्रद्धांजलि के साथ संकल्प
सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखकर शंकर गुहा नियोगी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद मजदूर गीत गाए गए और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उनके जीवन और संघर्ष को याद किया गया।
सभा में सर्वसम्मति से यह संकल्प लिया गया कि नियोगी के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए मजदूर-किसान एकजुट होकर आंदोलन को आगे बढ़ाएँगे।

Author: Deepak Mittal
