रायपुर।
राजधानी रायपुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में हुई किशोर पैकरा हत्याकांड में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए वकील दंपत्ति सहित कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा ने 25 दिन पहले ही इस हत्या की साजिश रच ली थी, जिसकी जड़ें जमीन सौदे, कमीशन और पैसे के विवाद से जुड़ी हुई हैं।
खौफनाक योजना और हत्या की साजिश
21 जून की सुबह विकलांग किशोर पैकरा को पोहा और चना खिला कर असहाय बनाया गया। इसके बाद आरोपी दंपत्ति ने गला दबाकर और सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के तुरंत बाद वकील ने अपनी मां को फोन पर वारदात की जानकारी भी दी, जो जांच में रिकॉर्ड के तौर पर सामने आया है।
विवादित जमीन और 18 लाख के लेन-देन से उपजा था विवाद
मृतक किशोर की मां के नाम रायखेड़ा-मडही इलाके में स्थित जमीन को वकील अंकित ने 30 लाख रुपए में बिकवाया था, जिसमें से 2 लाख रुपए कमीशन के रूप में मिले थे। इसके अतिरिक्त किशोर ने 18 लाख रुपए निवेश और कानूनी सलाह के लिए अंकित को दिए थे, जिनमें से केवल 10 लाख लौटाए गए। शेष राशि और धोखाधड़ी को लेकर विवाद इतना गहरा गया कि वह हत्या में बदल गया।
शव ठिकाने लगाने की कोशिश: संदूक और सीमेंट खरीदा
हत्या के अगले दिन आरोपी दंपत्ति ने शव छिपाने के लिए संदूक और सीमेंट खरीदा। शव भारी होने के कारण विनय यदु और सूर्यकांत को मदद के लिए बुलाया गया। इन दोनों ने शव को हटाने और घटनास्थल की सफाई में मदद की। पुलिस ने अब इन्हें भी आरोपी मानते हुए तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच से खुला राज़
हत्या की सूचना के बाद इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित मकान से शव बरामद हुआ। पुलिस ने कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज और संदिग्ध खरीदारी के आधार पर जांच तेज की। पूछताछ में आरोपी दंपत्ति ने अपना जुर्म कबूल किया। घटना की पूर्व नियोजित प्लानिंग, सबूत मिटाने के प्रयास और क्रूरता ने पुलिस को भी चौंका दिया।
पेशे की गरिमा पर सवाल
इस हत्याकांड ने वकालत जैसे संवेदनशील पेशे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक विकलांग व्यक्ति को, जिसने भरोसे से वकील की सेवाएं ली थीं, उसी वकील द्वारा मार दिया जाना न केवल अमानवीय, बल्कि समाज के मूलभूत मूल्यों पर भी आघात है।
अगली कार्रवाई
दोनों मुख्य आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब वित्तीय दस्तावेज, प्रॉपर्टी डील और अन्य लेन-देन की जांच में जुटी है। विनय यदु और सूर्यकांत की तलाश जारी है, जिनकी भूमिका इस हत्याकांड को अंजाम देने में सहायक रही।
