राज्य में उपाधीक्षक पद पर नियुक्त, बंगाल की बेटी बनीं नई प्रेरणा का प्रतीक
कोलकाता। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋचा घोष को भारत की पहली आईसीसी महिला विश्व कप जीत में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए कोलकाता पुलिस ने सम्मानित किया। रविवार को आयोजित विशेष समारोह में कोलकाता पुलिस आयुक्त ने ऋचा को उनके शानदार प्रदर्शन और देश को गौरवान्वित करने के लिए सम्मान पत्र और प्रतीक चिह्न प्रदान किया।
इससे एक दिन पहले, पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें राज्य में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) के पद पर नियुक्त करने की घोषणा की थी। यह कदम राज्य सरकार और पुलिस विभाग की ओर से महिला खिलाड़ियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है।
कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा—
“कल, कोलकाता पुलिस को बंगाल की गौरवशाली बेटी और विश्व कप विजेता भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सितारा सुश्री ऋचा घोष का स्वागत करने का सम्मान मिला। उनके दृढ़ निश्चय, मेहनत और प्रतिभा ने भारत को विश्व मंच पर गौरवान्वित किया है। उनकी यात्रा अनगिनत युवा सपने देखने वालों को प्रेरित करेगी।”
इससे पहले, ऋचा घोष को बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) द्वारा भी सम्मानित किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीएबी अध्यक्ष सौरव गांगुली भी मौजूद थे। गांगुली ने ऋचा को ₹34 लाख का पुरस्कार और एक सुनहरा बल्ला भेंट किया। भारतीय क्रिकेट की महान तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी भी समारोह में शामिल रहीं।
ऋचा घोष ने इस विश्व कप में अपनी दमदार बल्लेबाज़ी से भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने आठ पारियों में 39.16 की औसत और 133 से अधिक के स्ट्राइक रेट से 235 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 94 रनों की पारी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 16 गेंदों में 26 रनों की तेज़ पारी ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
फाइनल मुकाबले में ऋचा ने मात्र 24 गेंदों में 34 रनों की पारी खेलकर भारत को 298/7 के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया, जो अंततः भारत की ऐतिहासिक जीत का आधार बना।
अब तक ऋचा ने 51 एकदिवसीय मैचों में 1,145 रन बनाए हैं, जिसमें सात अर्धशतक शामिल हैं। वह महिला क्रिकेट में नई पीढ़ी की उन खिलाड़ियों में से हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के परचम को वैश्विक स्तर पर ऊँचा किया है।
ऋचा घोष को यह सम्मान न केवल उनके खेल प्रदर्शन के लिए, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने और खेल के माध्यम से समाज में प्रेरणा फैलाने के लिए दिया गया है। बंगाल की यह बेटी आज पूरे देश की शान बन चुकी है।
Author: Deepak Mittal









