बिलासपुर। कोंडागांव जिले के आंगनबाड़ी केंद्र में करंट लगने से हुई मासूम महेश्वरी यादव की मौत के मामले में आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस की डिविजन बेंच ने इस मामले को गंभीरता से सुना।
कोर्ट ने मामले को स्वतः संज्ञान में लिया था। आज शासन की ओर से कहा गया कि पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपये बतौर अनुग्रह राशि प्रदान कर दी गई है। साथ ही राज्य सरकार ने कोर्ट को आश्वासन दिया कि आने वाले समय में किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र में ऐसी घटना नहीं होगी।
प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली कनेक्शन और सुरक्षा उपकरणों का व्यापक निरीक्षण किया जाएगा। कोर्ट ने इस मामले की आगे भी मॉनिटरिंग जारी रखने का निर्णय लिया है। अगली सुनवाई अक्टूबर महीने में तय की गई है।
दर्दनाक हादसा
11 सितंबर को कोंडागांव जिले के मर्दापाल पंचायत, ग्राम पदेली में यह घटना हुई। आंगनबाड़ी केंद्र में खुले वायर के संपर्क में आने से महेश्वरी यादव (ढाई साल) की मृत्यु हो गई। इस हादसे ने इलाके में हड़कंप मचा दिया और इसे प्रशासन की लापरवाही के रूप में देखा गया।
कोर्ट ने पिछली सुनवाई में इस घटना पर गहरी चिंता जताई थी और सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार से सुरक्षा उपायों और जांच की रिपोर्ट मांगी थी। आज के आश्वासन के बाद भी कोर्ट ने इसे मॉनिटरिंग के दायरे में रखा है, ताकि भविष्य में किसी भी मासूम के साथ ऐसा दर्दनाक हादसा न हो।

Author: Deepak Mittal
