रायपुर: 17 सितम्बर से पूरे देश में “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” और राष्ट्रीय पोषण माह 2025 का भव्य शुभारंभ होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अभियान की शुरुआत मध्यप्रदेश के इंदौर से करेंगे। छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी अध्यक्षता करेंगी।
यह अभियान सिर्फ औपचारिकता नहीं है। प्रदेशभर में 7,500 से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें महिलाओं और बच्चों की उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, क्षय रोग, कुष्ठ जैसी बीमारियों की शुरुआती जांच और उपचार किया जाएगा। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसवपूर्व जांच, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड वितरण, बच्चों का टीकाकरण और किशोरी बालिकाओं के लिए पोषण और मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पोषण पंचायतें, आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत स्तर पर सामुदायिक सहभागिता, स्वास्थ्य जांच और पोषण परामर्श शामिल हैं। पात्र महिलाओं का विशेष पंजीकरण कर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ भी पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और सशक्त समाज की आधारशिला है।” उन्होंने यह भी बताया कि अभियान में पंचायत प्रतिनिधियों, महिला मंडलों, स्वयंसेवी संस्थाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी से यह संदेश हर गांव और शहर तक पहुंचेगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, “प्रदेशभर में 7,500 से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जो महिला एवं बाल स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का प्रमाण हैं। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी और किशोरियों व परिवारों में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।”
महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा, “महिला और बाल स्वास्थ्य ही सशक्त परिवार और राष्ट्र की नींव है।” प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह अभियान पूरे देश में नई जन चेतना का संचार करेगा।
अभियान के दौरान “एक पेड़ माँ के नाम” कार्यक्रम के तहत वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर और दूरस्थ अंचलों में मोबाइल मेडिकल यूनिट जैसी सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। जिला और विकासखंड स्तर पर कैंसर स्क्रीनिंग, एएनसी जांच, किशोरी स्वास्थ्य सत्र, पोषण काउंसलिंग और इम्यूनाइजेशन ड्राइव भी आयोजित की जाएँगी।
यह अभियान सिर्फ स्वास्थ्य शिविरों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हर घर तक स्वास्थ्य और पोषण की चेतना पहुँचाने वाला एक सशक्त जन आंदोलन बनकर उभरेगा।

Author: Deepak Mittal
