रायपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की महत्त्वाकांक्षी पहल “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के अंतर्गत आज प्रदेशभर के प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय मिशन (PM JANMAN) क्षेत्रों में विशेष जनजातीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों के माध्यम से पिछड़ी जनजातीय समूहों (PVTGs) सहित हजारों लोगों को समर्पित स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की गईं, जो प्रदेश सरकार की जनजातीय स्वास्थ्य सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य में आज अभियान की थीम के अनुरूप, विशेष रूप से पीवीटीजी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाने के लिए 51 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (MMU) सक्रिय रहीं। राज्य के 24 जिलों में कुल 85 स्वास्थ्य शिविरों का संचालन किया गया, जिसमें 1,815 पिछड़े जनजातीय समूह सहित कुल 7,825 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
विशेषज्ञ सेवाएँ और व्यापक जांच
दूरस्थ अंचलों में बसे जनजातीय समुदायों को ध्यान में रखते हुए, शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सकों और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा समग्र स्वास्थ्य जांच और परामर्श प्रदान किया गया। सेवाओं के अंतर्गत:
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सामान्य ओपीडी उपचार: 2,118 लोगों का इलाज
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हाईपरटेंशन (बीपी) जांच: 1,020 लोग
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मधुमेह स्क्रीनिंग: 1,108 लोग
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एनीमिया जांच (महिलाओं में): 878 महिलाएं
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मातृत्व सेवाएँ (ANC/PNC): 260 महिलाएं
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मलेरिया, सिकल सेल और टीबी जांच: 210, 340 और 112
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कैंसर स्क्रीनिंग (मुख, स्तन, ग्रीवा): 150 महिलाओं की जांच
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बच्चों को टीकाकरण: 185 बच्चों को लाभ
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परिवार नियोजन सेवाएँ: 145 महिलाओं ने लाभ उठाया
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मानसिक स्वास्थ्य परामर्श: 80 लोग
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आयुष एवं वेलनेस सेवाएँ: 60 लोग
जागरूकता और शिक्षा
शिविरों में मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता सत्र आयोजित किए गए, जिसमें किशोरियों और महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन उपयोग, संक्रमण से बचाव और स्वच्छता प्रबंधन की जानकारी दी गई। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवाओं के साथ समुदाय में पोषण, जीवनशैली सुधार और नियमित जांच के महत्व पर भी मार्गदर्शन दिया गया।
यह अभियान न केवल स्वास्थ्य सेवाओं का वितरण है, बल्कि महिलाओं और परिवारों की सशक्तता और समग्र स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रहा है।

Author: Deepak Mittal
