सरकारी योजनाओं के नाम पर ग्रामीणों से वसूली
शिकायतकर्ता संतोष यादव ने किया खुलासा, अब तक कार्रवाई शून्य
रायगढ़ शैलेश शर्मा : (ब्यूरो)
पत्थलगांव विकासखंड के बहनाटांगर गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में दी जा रही निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के बदले आम ग्रामीणों से पैसे की अवैध वसूली की जा रही है। यह मामला तब उजागर हुआ जब गांव के ही जागरूक नागरिक संतोष यादव ने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) को इसकी शिकायत साक्ष्यों के साथ दी।
स्वास्थ्य केंद्र में इन सेवाओं के नाम पर की जा रही वसूली:
बीपी और शुगर जांच के लिए ₹50
ABHA ID (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता) बनवाने पर ₹20
जबकि यह सभी सेवाएं भारत सरकार द्वारा पूरी तरह निःशुल्क घोषित की गई हैं। TT इंजेक्शन तो राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत आता है, जिसे पैसे लेकर देना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है।
स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में तैनात CHO की उपस्थिति अक्सर नहीं रहती है। ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी गैरमौजूदगी में कुछ लोग मनमानी कर रहे हैं। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या यह सब CHO की जानकारी में हो रहा है या फिर उनकी मौन सहमति इसमें शामिल है?
शिकायत मिलने के बाद भी BMO द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने सिर्फ जांच की बात कही है, लेकिन न तो कोई जिम्मेदार निलंबित किया गया और न ही जनता को कोई भरोसा देने वाला कदम उठाया गया है।
अब सवाल यह उठता है कि
जब सेवाएं निःशुल्क हैं, तो फिर पैसे क्यों लिए जा रहे हैं?
क्या TT इंजेक्शन जैसी ज़रूरी सेवाएं अब गरीबों की पहुंच से बाहर कर दी गई हैं?
क्या बहनाटांगर जैसे गांवों में स्वास्थ्य माफिया सक्रिय हैं?
CHMO और BMO जैसे जिम्मेदार अधिकारी अब तक चुप क्यों हैं?
