आखिरी वर्किंग डे क्या होगा?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि पेंशन कैलकुलेशन का आधार हमेशा कर्मचारी के आखिरी कार्यदिवस को माना जाएगा। यह दिन रिटायरमेंट, इस्तीफा, सेवा समाप्ति या मृत्यु की तारीख हो सकती है। Rule 5 of Central Civil Services (Pension) Rules, 2021 के अनुसार, पेंशन उस नियम के अनुसार दी जाएगी जो कर्मचारी की सेवा समाप्ति या मृत्यु के समय लागू हो।
इसका मतलब है कि यदि कर्मचारी छुट्टी पर था, अनुपस्थित था या सस्पेंड था, तो भी उसका आखिरी कार्यदिवस उसी अवधि में शामिल किया जाएगा। इस बदलाव से अब यह सुनिश्चित होगा कि पेंशन की गणना सटीक और स्पष्ट नियमों के अनुसार की जाए, और पुराने विवादों या गलतफहमियों को रोका जा सके।
फैमिली पेंशन के लिए नए नियम
फैमिली पेंशन से जुड़े नियमों में भी बदलाव किए गए हैं। अब यदि किसी कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसके माता-पिता उच्च दर पर पेंशन पा रहे हैं, तो उन्हें हर वर्ष अलग-अलग जीवन प्रमाण पत्र जमा करना होगा। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि रिकॉर्ड अप-टू-डेट रहें और किसी भी ओवरपेमेंट की स्थिति न बने, जैसे कि किसी माता-पिता की मृत्यु हो चुकी हो लेकिन पेंशन जारी रह जाए।
कौन पात्र होगा फैमिली पेंशन के लिए?
अगर कर्मचारी के जीवनसाथी, पति/पत्नी या योग्य बच्चे जीवित नहीं हैं, तो फैमिली पेंशन उसके माता-पिता को दी जाएगी। यह नियम Category ‘C’ और ‘D’ के तहत Rule 12 (5) of CCS (EOP) Rules, 2023 में वर्णित है। इसका मतलब है कि माता-पिता जीवनभर फैमिली पेंशन का लाभ उठा सकते हैं यदि अन्य कोई पात्र सदस्य मौजूद नहीं है।
कर्मचारियों और परिवारों के लिए अहम संदेश
इस अपडेट से सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवारों को कई सालों से बनी कन्फ्यूजन दूर होगी। अब पेंशन कैलकुलेशन हमेशा लास्ट वर्किंग डे के नियमों के अनुसार की जाएगी। कर्मचारियों को सलाह दी जा रही है कि अपनी सर्विस रिकॉर्ड और रिटायरमेंट डेट सही रखें, ताकि पेंशन प्रक्रिया में कोई समस्या न आए।
वहीं फैमिली पेंशन पाने वाले माता-पिता को अपने जीवन प्रमाण पत्र समय पर जमा करना अनिवार्य है। यह कदम न केवल पेंशन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाएगा, बल्कि कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए वित्तीय सुरक्षा को भी मजबूत करेगा।
Author: Deepak Mittal









