बालोद जिले में बड़ी कार्रवाई मंगचुवा पुलिस की मुस्तैदी से धोखाधड़ी का आरोपी गिरफ्तार, जेल भेजा गया
बालोद। नौकरी दिलाने के नाम पर सात लाख रुपये की ठगी कर महीनों से फरार चल रहे आरोपी को मंगचुवा पुलिस ने धर दबोचा है। यह कार्रवाई तब सामने आई जब ठगी के शिकार पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने गहन विवेचना करते हुए आरोपी की तलाश तेज की थी।
मामले की शुरुआत उस वक्त हुई जब घनश्याम साहू नामक व्यक्ति ने मंगचुवा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी करतू टोला ग्राम पंचायत की सरपंच है। इसी दौरान एक व्यक्ति खिलावन चंद्राकर, जिसने खुद को मीडिया से जुड़ा बताया, उनसे संपर्क में आया और खुद को मंत्रालय रायपुर में प्रभावशाली बताते हुए प्रार्थी के पुत्र को नौकरी दिलाने का झांसा दिया।
खिलावन चंद्राकर ने मंत्रालय में जल्द नियुक्ति का भरोसा दिलाकर 6.50 लाख रुपये नगद ले लिए और जॉइनिंग लेटर 2 दिन में मिलने का झूठा दावा किया। लेकिन एक सप्ताह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब प्रार्थी ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने दबाव और धमकी देना शुरू कर दिया “मंत्रालय में मेरी ऊंची पहुंच है, झूठे केस में फंसा दूंगा।”
कुल ₹7 लाख की धोखाधड़ी के इस मामले में थाना मंगचुवा में धारा 420 IPC के तहत अपराध दर्ज किया गया था और आरोपी लगातार फरार चल रहा था।
इस बीच सूचना मिली कि आरोपी बालोद में अपने एक परिचित के घर छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही मंगचुवा पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण:
नाम: खिलावन चंद्राकर
पिता: स्व. उभय सिंह चंद्राकर
उम्र: 51 वर्ष
निवासी: ग्राम मुड़खुसरा, थाना सुरेंगांव, जिला बालोद (छ.ग.)
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जिला जेल बालोद में दाखिल कर दिया गया है।
मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगचुवा पुलिस टीम की सूझबूझ, तत्परता और प्रयासों की प्रशंसा की जा रही है। फरार आरोपी को पकड़ना एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
यह मामला केवल धोखाधड़ी का नहीं, बल्कि प्रशासनिक तंत्र पर झूठे प्रभाव का दिखावा कर लोगों को भ्रमित करने का भी उदाहरण है। पुलिस की सक्रियता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून से कोई ऊपर नहीं है।,000
